हमारी नियमित लेखिका गीता गैरोला ने आपको अनेक मनभावन कहानियां सुनाई हैं. आज से उनकी मशहूर किताब ‘मल्यों की डार’ को आद्योपांत हरिद्वार में रहने वाली स्मिता कर्नाटक की आवाज़ में सुना... Read more
बहुत सी थर्ड डिग्रियां टहल रही हैं मार्केट में
समय की सबसे बड़ी समस्या है अविश्वास ! नहीं नहीं मैं कहूँगा गोल डिस्प्लेसमेंट! अं…ऊँ… खैर छोड़ो ! (Belief in the Time of Disbelief) देखो तो! उत्पादकता बढ़ाने के लिए कर्मचारियों को... Read more
अपनी विशिष्ट लोक परम्पराओं से उत्तराखंड के लोग अपने समाज को अलग खुशबू देते हैं. शायद ही ऐसा कोई महिना हो जब यहां के समाज का अपना कोई विशिष्ट त्यौहार न हो. ऐसा ही लोकपर्व आज घी त्यार या घ्यूं... Read more
मशीन में मिल जाने की कगार पर आ पहुंचा है इंसान
औद्योगिक क्रांति से अब तक इंसान बेहद गैर-ज़िम्मेदारी से अपने पर्यावरण को तोड़ने-मरोड़ने में लगे रहे. नतीजतन जलवायु से सम्बंधित एक बड़ी आपदा आज हमारे मुंह बाए खड़ी है. जिन तकनीकों के साथ आज ह... Read more
बग्वाल 2019 के कुछ और फोटो: रोहित भट्ट
थाना बाज़ार, अल्मोड़ा में रहने वाले हमारे पाठक रोहित भट्ट ने देवीधूरा में 15 अगस्त को हुई बग्वाल की कुछ बेहतरीन छवियाँ भेजी हैं. रोहित फिलहाल ‘अमर उजाला’ से जुड़े हैं. (Bagwal Pho... Read more
आज रॉबर्ट डी नीरो का जन्मदिन है
विश्व सिनेमा के महानतम अभिनेताओं में से एक रॉबर्ट डी नीरो का जन्म आज ही के दिन यानी 17 अगस्त 1943 को न्यूयॉर्क शहर के मैनहटन में हुआ था. उनके माता-पिता वर्जीनिया एडमिरल और रॉबर्ट डी नीरो सीन... Read more
काली कुमाऊँ के देवीधूरा की बग्वाल
काली कुमाऊँ के देवीधूरा में रक्षा बंधन (श्रावणी पूर्णिमा) के दिन बग्वाल (पत्थर युद्ध) खेले जाने की परंपरा है. इससे पहले परंपरा के अनुसार श्रावण शुक्ल एकादशी के दिन बग्वाल यूद्ध में भाग लेने... Read more
पूर्व आक्रामक भारतीय वनडे ओपनर ने आत्महत्या की
पूर्व भारतीय क्रिकेटर और ओपनिंग बल्लेबाज वी. बी. चंद्रशेखर ने कल चेन्नई के मायलापुर इलाके में अपने घर में आत्महत्या कर ली. उनकी देह दूसरी मंजिल पर स्थित उनके बेडरूम की छत पर पंखे से लटकी पाई... Read more
तो क्या ऐसे में तुम मुझसे प्रेम कर पाओगे?
तुम प्रेम में इतने डरे डरे क्यों हो ? … और इसके उत्तर में काफ़ी देर शून्य में ताकता रहा. फिर जैसे उसने बहुत गहरे कुँए से अपनी आवाज़ को खींचा और बोला- मैं पश्चाताप का आदिपुरुष हूँ. कहीं भी कु... Read more
वड्डा की बाजार का बात हो और ममता जलेबी का जिक्र न किया जाय तो आपकी बात अधूरी रहेगी. ममता जलेबी और वड्डा बाजार एक दूसरे के पूरक हैं. चटख लाल रंग की गर्मागर्म जलेबी के साथ वड्डा और इसके आस-पास... Read more