आदतें बनाएंगी तुम्हें अपने नसीब का शहंशाह
इस बात को समझिए कि अगर आप रोज एक पेज लिखेंगे, तो एक दिन आप बड़े लेखक बन जाएंगे. अगर रोज एक घंटा गाने का रियाज करेंगे, तो एक गायक बन जाएंगे. रोज एक घंटा दौड़ने का अभ्यास करेंगे, तो एक धावक बन... Read more
अपने शानदार प्रदर्शन की बदौलत अल्मोड़ा के लक्ष्य सेन ने बैडमिंटन विश्व फेडरेशन के प्रतिष्ठित वर्ल्ड टूर टूर्नामेंट में अपना स्थान बना लिया है. दुनिया के टॉप 8 खिलाड़ियों का चयन वर्ल्ड टूर टू... Read more
आज से बारह सौ साल पहले बग़दाद में जन्मे कवि इब्न अल-रूमी अपनी एक कविता में सफ़ेद आटे के गाढ़े घोल को चांदी की उपमा देते हैं जिसे गोल-गोल पका कर शहद में डुबोया जाय तो वह सोने में तब्दील हो जा... Read more
अक्सर बचपन में दादा दादी के कहानियाँ-किस्सों में सुना करते थे उनके ज़माने की कई सारी बातें. इन किस्से-कहानियों को सुन कर बड़ा आनन्द आता था. हमें लगता था जैसे सब कुछ हमारे सामने घट रहा है. दादी... Read more
भारत के सबसे बड़े ठंडे रेगिस्तानों वाले भूभाग में से एक “चांगथांग” (चांग= पूर्वी, थांग= मैदान) नए नवेले केंद्रशासित राज्य लद्दाख़ में पारिस्थितिकी, पर्यटन एवं सुरक्षा के नज़रिये... Read more
अंग्रेजों के ज़माने की चाय की फसक पराव
हाथ में गरम चहा का गिलास पकड़े और फिर गुनगुनाते पहाड़ी धुन का ये गीत आपने कभी न कभी सुना ही होगा “ओ! हो ठुल बौज्यू! कसिकै छुटण छू, अमल पड़ी गो चहा को पाणी. ओ! हो! ठुलबौज्यू!…... Read more
केदारनाथ मंदिर की दुर्लभ तस्वीरें
रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ मन्दिर भारत के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में एक है. हिमालय की गोद में बसा केदारनाथ बारह ज्योतिर्लिंग में एक है. कत्यूरी शैली में पत्थरों से बने केदारनाथ के व... Read more
भाव राग ताल नाट्य अकादमी द्वारा पिथौरागढ़ के लंदन फोर्ट में संस्कृत नाटक ‘स्वपनवासवदत्ता’ के हिंदी रूपांतरण का मंचन किया गया. महाकवि भास द्वारा रचित स्वपनवासवदत्ता नाटक का हिन्दी... Read more
यह यात्रा अलग तरह की थी; ऐसी यात्रा जिसमें असमय हमसे छिन गए कालजयी कवि चंद्रकुंवर बर्त्वाल की अंतिम यात्रा में हमें शामिल होना था. रामगढ़ की महादेवी वर्मा के घर ‘मीरा कुटीर’ से चले हम लोग अग... Read more
विश्व भर में जलवायु परिवर्तन का हो हल्ला मचा हुआ है, जहां पहले नदियां बहती थी वहां सूखा पड़ा हुआ है. बर्फ़ से लदे रह चांदनी रात में चमकने वाले पहाड़ अब काले पड़ गए हैं पर विश्व अभी भी प्रदूष... Read more