कालू चूड़ी वाला : हल्द्वानी और आस-पास के गाँवों की बेटी-ब्यारियों की चलती-फिरती ज्वैलरी शॉप
वह समय आज की तरह हवा में जहर घोल देने वाला नहीं था. तभी तो आज से चार-पांच दशक पहले कालू चूड़ी वाला हल्द्वानी से लगे आस पास के दर्जनों गाँवों की सैकड़ों /हजारों बेटी-ब्यारियों का चलता फिरता ब्... Read more
कर्म ही पूजा है, दीवारों की शोभा बढ़ाती ये सूक्ति कई जगह देखी पर जब ज़मीन पर देखी तो वो सब भूल गया. मुनाफा यूं तो हर तिज़ारती बंदे के जेहन में होता है पर कुछ के लिए कस्टमर वास्तव में भगवान क... Read more
अल्मोड़ा के एक गाँव से बालीवुड की बुलंदियां तय करने वाले निर्मल पांडे के पांच यादगार किरदार
अल्मोड़ा के छोटे से गांव में पान बड़ैती में निर्मल पांडे का जन्म हुआ था निर्मल पांडे का. निर्मल पांडे जिनको बॉलीवुड आज भी नैनीताल का निर्मल नाम से बड़ी शिद्दत से याद करता है. अपनी अदाका... Read more
सुल्ताना डाकू का किला और खूनीबड़ गाँव की कहानी
बीसवीं सदी के पूर्वाद्ध में नजीबाबाद-कोटद्वार क्षेत्र में सुल्ताना डाकू का खौफ था. कोटद्वार से लेकर बिजनौर यूपी और कुमाऊं तक उसका राज चलता था. बताया जाता है कि सुल्ताना डाकू लूटने से पहले अप... Read more
पहाड़ की ठठ्वाणी और चौलाई के लड्डू को संयुक्त राष्ट्र ने एफएओ की माउंटेन रेसिपी बुक में शामिल किया
ठठ्वाणी और चौलाई के लड्डू का स्वाद तो उत्तराखंड के लोग खूब जानते हैं लेकिन अब इसे पूरा विश्व जानेगा. पिछले हफ्ते संयुक्त राष्ट्र संघ के विश्व कृषि संगठन और माउंटेन पार्टनरशिप द्वारा एक रेसिप... Read more
लोक में रचे बसे रंग और पहाड़ की कलाकारी
पहाड़ में अपनी भावनाओं को रेखाओं, आकृतियों का रूप दे उनमें रंग भर जीवंत कर देना हर घर-आँगन, देली-गोठ और देबता की ठया में दिखाई देता. इसमें हाथ का सीप होता. कुछ नियम कायदों के संग सीधी सादी म... Read more
जोजोड़ा : जौनसार-बावर की अनूठी विवाह प्रणाली
मेरी पैदाइश और परवरिश कई छोटे कस्बों एवं नगरों में हुई है, इसके बावजूद मेरा अपने पैतृक स्थान से अलग ही लगाव रहा है. मेरा ये विश्वास रहा है कि – आप चाहे कहीं भी रहें, कोई भी काम-काज करे... Read more
मैदान में रहकर पहाड़ के लिये वॉव, ब्यूटीफूल, अमेजिंग, सुंदर, अद्वितीय, अद्भुत के सिवाय और किसी शब्द नहीं निकलते लेकिन इन पहाड़ों में रहने वाला आदमी ही जानता है माचिस की डिब्बी हो या नमक की पुड़... Read more
रामगढ़ की आयरन लेडी कमला नेगी
रामगढ़ ब्लॉक के ओड़ाखान गांव निवासी कमला नेगी को लोग “टायर डॉक्टर” के नाम से भी जानते हैं. जाने भी क्यों न भला, कमला 54 वर्ष की उम्र में भी बड़ी आसानी से छोटे बड़े वाहनों सहित जे... Read more
ढांटा ब्या उत्तराखण्ड के खशों में प्रचलित तथा सामाजिक मान्यता प्राप्त निरनुष्ठानिक विवाह का एक प्रकार था. इसमें कोई सधवा (परिव्यक्ता या अपरित्यक्ता) अपने पूर्व पति को अथवा विधवा स्त्री मृत प... Read more