कद्दू और मुटल्ली बुढ़िया की कथा
एक बुढ़िया अपने बेटे बहू के साथ एक अकेले घर में रहती थी. वे दोनों उसके साथ बुरा बर्ताव करते और बहुत दुख करते. बुढ़िया अपने दुख की कथा अपने अंदर दबाये रखती जिससे वह दिन दिन मोटी होती गयी. अब तो... Read more
– मनमीत उत्तराखंड के मौजूदा जुझारू युवा पत्रकारों में मनमीत एक हैं. देहरादून में एक दैनिक अख़बार में नौकरी करते हैं. घुमक्कड़ी के जबरदस्त शौकीन हैं और जल्द ही अपनी यात्राओं के क़िस्सो... Read more
साबुन का इतिहास
सत्तर के दशक तक भारत में साबुन नाम की बला सामान्य व्यक्ति के जीवन में लगभग नहीं के बराबर हुआ करती थी. हाँ पानी में गुलाब के पत्तों से लेकर नीम के पत्तों का प्रयोग छुपते-छुपाते यदा-कदा विशेष... Read more
अभिनय, स्वांग और रोमांच का उत्सव ‘हिल-जात्रा’
पिथौरागढ़ में बुधवार को ‘हिल-जात्रा’ मनाई गई. यह एक ख़ास आयोजन है जो कि सिर्फ़ पिथौरागढ़ में ही मनाया जाता है. आठूँ-सातूँ पर्व के आठ दिन बाद हर साल हिलजात्रा मनाई जाती है जिसमें... Read more
अतुल अग्रवाल अतुल अग्रवाल हल्द्वानी में रहते हैं. एक समय छात्र राजनीति में सक्रिय रहे अतुल फिलहाल हल्द्वानी में अपना व्यवसाय चलाते हैं. केरल राज्य एक अभूतपूर्व, अप्रत्याशित बाढ़ की विभीषिका क... Read more
बग्वाल के अगले दिन उठता है देवी का डोला
देवीधूरा में होने वाले बग्वाल के अगले दिन अपरान्ह धूमधाम के साथ देवी माँ का डोला उठता है. इस अवसर पर ग्रामीण प्रातः काल से ही बड़ी संख्या में मंदिर परिसर पहुंचना शुरू कर देते हैं. नियत अनुष्ठ... Read more
देवीधूरा का बग्वाल मेला: एक फोटो निबंध
सभी फोटो: जयमित्र सिंह बिष्ट काफल ट्री वाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिये यहाँ क्लिक करें: वाट्सएप काफल ट्री काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये यहाँ क्लिक करें Read more
बग्वाल 2018 से एक रपट
उत्तराखंड के प्राचीनतम मेलों में से एक बग्वाल का आज चम्पावत के देवीधुरा में जोशीले अंदाज़ में प्रदर्शन हुआ. तकरीबन १० मिनट चली बग्वाल को दूर दूर से लोग देखने आते हैं और यकीन मानिए बग्वाल को... Read more
बग्वाल 2018 से ताज़ा तस्वीरें
इस वर्ष का बग्वाल अभी अभी संपन्न हुआ. मौके पर मौजूद हमारे सहयोगी जयमित्र सिंह बिष्ट ने बताया कि बग्वाल अपरान्ह करीब दो बजकर चालीस मिनट पर शुरू होकर दो बज कर पचास मिनट पर समाप्त हुआ. देखिये त... Read more
सी. वी. रमन के छात्र थे कुमाऊं विश्वविद्यालय के पहले कुलपति प्रो. डी. डी. पन्त
यह वाकया उस जमाने का है, जब देश को आजादी मिली ही थी. हिमालय के दूर-दराज गांव के अत्यंत विपन्न परिवार का एक छात्र नोबेल विजेता और महान भौतिकविद सर सी.वी. रमन की प्रयोगशाला (रमन रिसर्च इंस्टीट... Read more