सिकुड़ते गॉंव, दरकते घर, ख़बर नहीं, कोई खोज नहीं
यह आलेख हमें हमारे पाठक कमलेश जोशी ने भेजा है. यदि आप के पास भी ऐसा कुछ बताने को हो तो हमें [email protected] पर मेल में भेज सकते हैं. उत्तराखण्ड राज्य की माँग को लेकर खटीमा सड़कों पर... Read more
1994 के बाद उत्तराखंड आन्दोलन में जबरदस्त जनउभार देखने को मिला. 1 सितंबर 1994 को खटीमा में करीब दस हजार से ज्यादा लोगों ने एक जुलूस निकाला. जुलूस में पूर्व सैनिक, छात्र, और महिलाएं बड़ी संख्... Read more
कुमाऊंनी रसोई से कुछ स्वादिष्ट रहस्य
इन दिनों पहाड़ झमाझम बारिश में भीग रहे हैं. हर तरह के पेड़-पौधे अपने सबसे सुंदर हरे रंग को ओढ़े हुए हैं. बादल आसमान से उतर कर खिड़कियों के रास्ते घर में घुसे आ रहे हैं. आप छोटे-छोटे खिड़की-दरवाजो... Read more
गुरुत्वाकर्षण का नियम न्यूटन से 500 साल पहले भारतीय महर्षि भाष्कराचार्य ने खोजा था !
सदियों से हमें बताया जाता रहा है कि पृथ्वी के गुरूत्वाकर्षण की खोज न्यूटन ने तब की थी जब उन्होंने एक वृक्ष से सेव का फल ज़मीन पर गिरते देखा था. आप को ये जानकर हैरानी होगी कि गुरुत्वाकर्षण का... Read more
कद्दू और मुटल्ली बुढ़िया की कथा
एक बुढ़िया अपने बेटे बहू के साथ एक अकेले घर में रहती थी. वे दोनों उसके साथ बुरा बर्ताव करते और बहुत दुख करते. बुढ़िया अपने दुख की कथा अपने अंदर दबाये रखती जिससे वह दिन दिन मोटी होती गयी. अब तो... Read more
– मनमीत उत्तराखंड के मौजूदा जुझारू युवा पत्रकारों में मनमीत एक हैं. देहरादून में एक दैनिक अख़बार में नौकरी करते हैं. घुमक्कड़ी के जबरदस्त शौकीन हैं और जल्द ही अपनी यात्राओं के क़िस्सो... Read more
साबुन का इतिहास
सत्तर के दशक तक भारत में साबुन नाम की बला सामान्य व्यक्ति के जीवन में लगभग नहीं के बराबर हुआ करती थी. हाँ पानी में गुलाब के पत्तों से लेकर नीम के पत्तों का प्रयोग छुपते-छुपाते यदा-कदा विशेष... Read more
अभिनय, स्वांग और रोमांच का उत्सव ‘हिल-जात्रा’
पिथौरागढ़ में बुधवार को ‘हिल-जात्रा’ मनाई गई. यह एक ख़ास आयोजन है जो कि सिर्फ़ पिथौरागढ़ में ही मनाया जाता है. आठूँ-सातूँ पर्व के आठ दिन बाद हर साल हिलजात्रा मनाई जाती है जिसमें... Read more
अतुल अग्रवाल अतुल अग्रवाल हल्द्वानी में रहते हैं. एक समय छात्र राजनीति में सक्रिय रहे अतुल फिलहाल हल्द्वानी में अपना व्यवसाय चलाते हैं. केरल राज्य एक अभूतपूर्व, अप्रत्याशित बाढ़ की विभीषिका क... Read more
बग्वाल के अगले दिन उठता है देवी का डोला
देवीधूरा में होने वाले बग्वाल के अगले दिन अपरान्ह धूमधाम के साथ देवी माँ का डोला उठता है. इस अवसर पर ग्रामीण प्रातः काल से ही बड़ी संख्या में मंदिर परिसर पहुंचना शुरू कर देते हैं. नियत अनुष्ठ... Read more