विशुद्ध पहाड़ी तकनीक से कमर के दर्द का इलाज करते हैं अल्मोड़े की पलटन बाजार के मोहन दा
अगर आप कमर की हुक, दर्द से परेशान हैं तो घबराइए नहीं सीधे चले आइए अल्मोड़ा के पलटन बाज़ार, मोहन दा की दुकान में. (Traditional Kumaoni Treatment of Pain) जी हां हम बात कर रहें हैं एक विशुद्ध... Read more
बात दीवाली के उन दिनों की है जब तक बाजार में सोनपापड़ी का आगमन नहीं हुआ था. हाथ से बने बतीसे को देशी सोनपापड़ी के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था लेकिन पतीसे का बाजार में कोई एकाधिकार नहीं थ... Read more
‘आई एम पहाड़ी’ टी-शर्ट के पीछे मेहनत करने वाले उत्तराखंड के युवा रमन शैली को जानिये
एक पहाड़ी ऐसा भी जहाँ एक तरफ पहाड़ का युवा शहरों की तेज़ तर्रार भागती ज़िन्दगी का दीवाना है वहीं दूसरी तरफ 6 साल तक बैंगलोर में रहने के बाद भी इंजीनियर का तमगा छोड़ एक पहाड़ी युवा ने पहाड़ो... Read more
4 दिन पहले ज्योलीकोट के पास बीरभट्टी के पार्वती प्रेमा जगाती स्कूल के समीप हुई सड़क दुर्घटना में घायल एसआई माया बिष्ट की आज दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु हो गयी है. बताया जा रहा है कि एसआई माया... Read more
अल्मोड़ा विविधताओं से भरा शहर है. विविधतायें इतनी कि कभी-कभी विविधता और विचित्रता में अंतर कर पाना किसी सामान्य आदमी के लिए असंभव होता है, मगर एक अल्मोड़िया के लिए नहीं. कहीं कोई मिलता नहीं,... Read more
किसी शहर के भविष्य का आधार उसका युवा होता है. एक ऐसे समय जब पूरे विश्व भर में युवाओं को पर्यावरण संरक्षण के नाम पर भाषण पिलाया जा रहा है उस समय पिथौरागढ़ में युवाओं का एक समूह ‘हरेला... Read more
हमारी नियमित लेखिका गीता गैरोला ने आपको अनेक मनभावन कहानियां सुनाई हैं. हाल ही में हमने उनकी मशहूर किताब ‘मल्यो की डार’ के एक अध्याय को हरिद्वार में रहने वाली स्मिता कर्नाटक की आवाज़ में सुन... Read more
अमूमन किसी भी शहरी यात्री के लिए पहाड़ों की ओर आकर्षित होने के दो मुख्य कारण होते हैं. एक तो प्राकृतिक सुंदरता और शुद्ध हवा, दूसरा लोकल खाना और पहाड़ी लोग. इनमें से हम कितना कुछ पहाड़ों में... Read more
गौलापार में दिग्गजों के बीच यूं ही नहीं चमका रवि
सफलता की कहानी यूं ही नहीं लिखी जाती. ईमानदारी से किए गए संघर्ष और कड़ी मेहनत ही सफलता की कहानी बयां कर देती है. आजकल राजनीति जिस दौर में पहुंच गई है, वहां केवल पहुंच, रसूख व धन का ही बोलबा... Read more
आजकल पहाड़ों में ही नहीं देश-विदेश में “फ्वां बाघा रे” गीत की बहुत चर्चा है. यह गीत इतिहास की एक असली कथा पर आधारित है. यह कथा एक ऐसे खूंखार बाघ की है जिसने आज से कोई सौ बरस पहले पिछली... Read more