मृत्यु के अंधकार में कैसे दिखे जीवन की रोशनी
कोरोना की दूसरी लहर इतनी खतरनाक होगी, किसी ने कल्पना नहीं की थी. पहली लहर में भी लोग कोरोना का शिकार बनकर हमारा साथ छोड़ गए थे, लेकिन तब जाने वाले लोगों में हमारे अपने खास-परिचित गिने-चुने ह... Read more
कोविड का शिकार होने वाले ज्यादातर लोग ठीक होने के बाद भी कई तरह की तकलीफों की बात कर रहे हैं. उन्हें कमजोरी बहुत ज्यादा हो रही है. कोविड में लंग्स प्रभावित होते हैं. सांस के जरिए आने वाली ऑक... Read more
उस पार छिपा है क्या, मैं भी तो जानूं जरा
टाइम्स समूह की चेयरमैन इंदु जैन ने बीते गुरुवार निर्वाण पा लिया. जिस तरह उन्होंने जीवन को भरपूर जिया, भरपूर समझा, उसके बाद मृत्यु नहीं, सिर्फ निर्वाण ही संभव हो सकता है. सत्य को जान लेने के... Read more
कोरोना वायरस हमारे फेफड़ों पर हमला करता है, इसलिए यह तो तय है कि उससे लड़ने के लिए हमें अपने फेफड़ों को ही सबसे ज्यादा ताकतवर बनाना होगा. फेफड़ों को ताकतवर बनाने के लिए हमें अपनी सांस पर काम... Read more
कोविड ने दिया मुझे जिंदगी का एक नया नजरिया
जीवन हमेशा इस क्षण में घटित होता है, इसलिए सबसे बड़ी बात यही मायने रखती है कि हम किसी क्षण में क्या कर रहे होते हैं. मैं एक अप्रैल को जब दिल्ली आया था, तो दिमाग में कई तरह के अधूरे काम कुलबु... Read more
कोविड की काली छाया को हमेशा के लिए यूं करो गुडबाय
जब लग रहा था कि कोविड-19 अब खत्म होने वाला है, देशभर में रोज के नए मामले 7 हजार से भी नीचे आ चुके थे और वह दिन करीब दिख रहा था, जब नए मामले मिलने बंद ही हो जाते, ठीक तब अचानक उसने यू टर्न लि... Read more
क्या ख्वाब देखे थे, क्या मंजर नुमाया है
महाराष्ट्र में पिछले एक महीने में सामने आए घटनाक्रम पर अगर गौर फरमाएंगे, तो होश उड़ जाएंगे. जनता बेचारी सिर्फ तमाशबीन बनकर हैरान हो रही है. वह करे भी तो क्या. उसके हाथ में कुछ नहीं. एक वोट थ... Read more
अगर संवारना है भाग्य, तो सोचने का ढंग बदलिए
किसी भी क्षण आपके पास सोचने के लिए हमेशा दो विकल्प रहते हैं. पहला यह कि आप जिसके बारे में भी सोच रहे हैं- किसी स्थिति के बारे में, किसी व्यक्ति के बारे में, किसी घटना के बारे में- आप नकारात्... Read more
ताकि समझ आ सकें सृष्टि के सारे रहस्य
वैदिक काल में बड़े-बड़े ऋषि-मुनि, लेखक, ज्ञानी और तपस्वी हुए, जिन्होंने एक से बढ़कर एक तरीके से साधना की और अलग-अलग विद्याओं में निपुणता प्राप्त की. रामायण और महाभारत में हमें एक से बढ़कर एक... Read more
जिंदगी बनेगी बेहतर, चौकन्नी नजर तो पैदा कर
जीवन रस्सी पर चलने वाले नट जैसा संतुलन मांगता है. हर नए क्षण में संतुलन. क्योंकि इस क्षण अगर इस ओर गिरते थे, तो अगले ही क्षण हम उस ओर गिरने को होते हैं. जीवन में हर क्षण चीजें बदलती हैं. नई... Read more