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2 Comments

  1. Umesh Chopra

    Late sri Piyush Pandey ji was my first neighbor. He was my more than a real brother. I can never forget such a nice man and a more than real brother.
    Bhagwaan unki atma ko shanti de.
    🕉 शान्ति

  2. खीम सिंह

    रामलीला में श्री राम के पत्र का सजीव अभिन्य करने वाले पीयूष पांडे जी आगे चलकर युवा अवस्था में कई नाटकों के महत्वपूर्ण पात्र रहे ।उन्होंने कुमाऊनी भाषा के नाटको में भी संजीव अभिन्य किया।
    स्व0।पांडे जी के बारे में रिपोर्ट पेश कर साहित्य के प्रेमियों के लिए एक “गुड्डी के लाल” की जो कथा व्यक्त की है वह उत्तम श्रेणी की होने के साथ कलाकार के पूरे जीवन को अपने शब्दों में उतारकर रख दिया।।
    टिप्पणीकार खीम सिंह रावत हल्द्वानी से

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