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2 Comments

  1. हर्ष

    Thankless job शायद यही होता है सर। बीमा करने गया था तब देखा था बैरेक। टेंट एन सी सी के समय देखा है। सही बयान है।

  2. वीरेन्द्र विष्ट

    वाह। बहुत भावुक वर्णन किया है एक PAC के जवान की जिंदगी का। आमतौर पर किसी को उनके बारे में सोचने की फुर्सत नहीं होती।

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