सुबह करीब 6 बजे मैंने तुंगनाथ के लिये पैदल चलना शुरू किया. चोपता का छोटे पर महंगे बाजार को पार करके में पैदल रास्ते में आ गयी. ये रास्ता पत्थरों से बना है ताकि इसमें खच्चरों भी उन लोगों को ल... Read more
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