मेरी जानकारी में जसुली देवी सौक्याणी के सम्बन्ध में धारचूला सनपाल सिंह दताल एवं मेरी मां स्व. सुरमा देवी पत्नी स्व. ज्ञान सिंह बौनाल जिनका जन्म वीरागंना जसुली देवी के परिवार में हुआ था, उनके... Read more
सामने पंचाचूली बांहें फैलाए दिखी. उसका ग्लेशियर किसी खौलते हुए लावे की तरह डरावना प्रतीत हो रहा था. कुछ पलों तक उसे निहारने के बाद तन्द्रा टूटी तो दांई ओर जसुली दत्ताल की एक खूबसूरत मूर्ति द... Read more
कैंचीधाम से आगे बढ़ने पर अल्मोड़ा-भवाली राष्ट्रीय राजमार्ग 109 पर क्षरण होते पहाड़ दिखे, पर एक अनोखी चीज और दिखी जिसका पहाड़ की धरती में पुरातात्विक व पारम्परिक महत्व है. खीनापानी के निकट जम... Read more
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