मशहूर जनकवि और शायर आदम गोंडवी की यह रचना अब एक कल्ट बन चुकी है. जातिवाद की अग्नि में झुलस रहे हमारे समाज के क्रूर चेहरे को आईना दिखाती यह रचना उनके संग्रह ‘धरती की सतह पर’ का हिस्सा थी. आइए... Read more
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