Related Articles

2 Comments

  1. अमर जीत सिंह

    पटवारी की महिमा वाकई निराली होती है .
    कुमाऊं क्षेत्र के एक पटवारी के चित्रण की शानदार गाथा है . लेखक स्व. आनन्द बल्लभ उप्रेती को विनम्र श्रद्धांजलि ????
    धन्यवाद दाज्यू ?

  2. विजय कुमार आर्य

    एक सुनी हुई पटवारी की कहानी है मैं सुनाना चाहता हूं पर बहुत छोटी है और बहुत अच्छी भी एक बार पटवारी साहब एक गांव में पैमाइश करने गए वहां पर उन्होंने खेत की नाप जोक करी अब वह घर के लिए वापस चल पड़े तभी एक कुत्ता पटवारी के ऊपर भौंकने लगा और उनके पीछे पीछे उनको दौड़ाने लगा पटवारी जी भागे भागते रहे और लगभग आधा किलो मीटर दौड़ने के बाद एक ऊंची पुलिया आई पटवारी जी हांफते हुए जैसे तैसे उसके ऊपर चढ़ गए कुत्ता ऊपर नहीं चढ़ पाया पटवारी जी बहुत क्रोधित हुए उस कुत्ते के पर, तब वह बोले की तेरे पास एक बीघा भी जमीन होती तो तब तुझे बताता पटवारी क्या चीज होती है। वाकई पटवारी बहुत बड़ी चीज होती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

2024©Kafal Tree. All rights reserved.
Developed by Kafal Tree Foundation