अमेरिका में KKK या द क्लैन के नाम से जाना जाने वाला कू क्लक्स क्लैन डेढ़ सौ बरस पुराना एक कुख्यात अपराधी संगठन है जिसकी ज़द में घृणा फैलाने वाले अनेक समूह आते हैं जिनका घोषित उद्देश्य हिंसा और भय के माध्यम से अमेरिका के गोरे लोगों के अधिकारों और हितों की रक्षा करना रहा है. हॉलीवुड इस संगठन को लेकर अपनी कोई ठोस राय बना नहीं सका है. कुछ फिल्मों में इसे एक आतंकवादी संगठन की तरह ट्रीटमेंट मिला है जबकि कुछ में समाज के इस अतिरंजित समूह को ऐसे हताश सनकियों का समाज बताया गया है जो अजीबोगरीब तरह के कॉस्टयूम पहना करते हैं.
इन फिल्मों में 1966 में बनी टेड वी. मिकेल्स की ‘द ब्लैक क्लैन्समैन’ और सत्तर के दशक की डी डब्लू. ग्रिफिथ की ‘द बर्थ ऑफ़ अ नेशन’, ‘मिसीसिपी बर्निंग’, ‘अ टाइम टू किल’ और पिछले साल बनी ‘मडबाउंड’ को गिना जा सकता है. 1980 के दशक की कॉमेडी फिल्मों ‘ब्लेज़िंग सैडल्स’, ‘फ्लेच लाइव्स’ और ‘पोर्की 3’ में कू क्लक्स क्लैन का मज़ाक
24 अगस्त को रिलीज हो रही स्पाइक ली की हॉलीवुड फिल्म ‘ब्लैक्कलेन्समैन’ 1970 के दशक में कू क्लक्स क्लैन को लेकर समाज में फैले पैरानोइया और मूर्खता का मज़ाक उड़ाती है जिसके अंत में वास्तविक डाक्यूमेंट्री फुटेज का इस्तेमाल किया गया है और कू क्लक्स क्लैन को लेकर एक नए नजरिये की ज़रूरत पर जोर दिया गया है.
समूचा सिने संसार बेहद उत्सुकता से फिल्म के रिलीज की प्रतीक्षा कर रहा है.
काफल ट्री वाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिये यहाँ क्लिक करें: वाट्सएप काफल ट्री
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये यहाँ क्लिक करें
लम्बी बीमारी के बाद हरिप्रिया गहतोड़ी का 75 वर्ष की आयु में निधन हो गया.…
इगास पर्व पर उपरोक्त गढ़वाली लोकगीत गाते हुए, भैलों खेलते, गोल-घेरे में घूमते हुए स्त्री और …
तस्वीरें बोलती हैं... तस्वीरें कुछ छिपाती नहीं, वे जैसी होती हैं वैसी ही दिखती हैं.…
उत्तराखंड, जिसे अक्सर "देवभूमि" के नाम से जाना जाता है, अपने पहाड़ी परिदृश्यों, घने जंगलों,…
शेरवुड कॉलेज, भारत में अंग्रेजों द्वारा स्थापित किए गए पहले आवासीय विद्यालयों में से एक…
कभी गौर से देखना, दीप पर्व के ज्योत्सनालोक में सबसे सुंदर तस्वीर रंगोली बनाती हुई एक…