बीते रविवार चमोली जिले में हुई बड़ी दुर्घटना में अब तक 32 लोगों के शव अलग अलग जगहों से मिले हैं अभी भी 170 लोगों के लापता होने की बात कही जा रही है. एनडीटीवी द्वारा अपनी वेबसाइट में दुर्घटना से पहले और बाद की सैटेलाइट तस्वीरें अपलोड की गयी हैं.
(Satellite Images of Chamoli Destruction)
सैटेलाइट से मिली इन तस्वीरों में 7 फरवरी से पहले और उसके बाद ग्लेशियर में हुये परिवर्तन को साफ देखा जा सकता है. तस्वीरों में हुये बदलाव से हिमस्खलन की तीव्रता का अंदाजा लगाया जा सकता है.
स्कॉट वाट्सन से ट्विटर पर हिमस्खलन के मूल के विषय में जानकारी साझा कर लिखा है:
For clarity: here is a before (6th Feb) and after (7th Feb) render of @planetlabs imagery showing the glaciated slope that failed #ChamoliDisaster #Uttarakhand pic.twitter.com/l40uL4bLaY
— Scott Watson (@CScottWatson) February 9, 2021
ऋषिगंगा में आई इस तबाही के कारणों की जांच के लिये वाडिया इंस्टीट्यूट देहरादून की एक टीम चमोली को रवाना हो चुकी है. बाढ़ का मुख्य कारण अब तक ग्लेशियर का टूटना ही माना जा रहा है.
(Satellite Images of Chamoli Destruction)
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