कबूतरी देवी, भानुराम सुकोटी गिर्दा और हीरा सिंह राणा के सर्वकालिक लोकप्रिय गीतों को रीक्रियेट कर चुके करन जोशी के यू ट्यूब चैनल केदारनाद बसंती मौसम में गिरीश तिवारी ‘गिर्दा’ का रंग भरा गीत लेकर आया है. बसंत की परी शीर्षक से इस गीत में गिर्दा की कविता को कर्णप्रिय संगीत से संवारा गया है. (Poem of Girda)
इस तरह गिर्दा की नजर से बसंत के मौसम को देखने की नयी पीढ़ी के एक युवा कलाकार की कोशिश का बेहतरीन परिणाम है बसंत की परी.
गिटार और अन्य आधुनिक वाद्ययंत्रों के साथ कानों में रस घोलता संगीत गिर्दा के जादुई शब्दों के साथ पूरा न्याय करता है. इस तरह गिर्दा बसंत को देखने और महसूस करने का अपना नजरिया लेकर अगली पीढ़ी के साथ जुगलबंदी करते दीखते हैं. गीत में गिर्दा की खुद की आवाज़ को बीच-बीच में खूबसूरती के साथ पिरोया गया है.
‘केदारनाद’ की कुमाऊनी होली बसंती नारंगी
नये अंदाज में कुमाऊनी होली शिव के मन मा ही बसे काशी
हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें: Kafal Tree Online
काफल ट्री वाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिये यहाँ क्लिक करें: वाट्सएप काफल ट्री
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये यहाँ क्लिक करें
उत्तराखंड, जिसे अक्सर "देवभूमि" के नाम से जाना जाता है, अपने पहाड़ी परिदृश्यों, घने जंगलों,…
शेरवुड कॉलेज, भारत में अंग्रेजों द्वारा स्थापित किए गए पहले आवासीय विद्यालयों में से एक…
कभी गौर से देखना, दीप पर्व के ज्योत्सनालोक में सबसे सुंदर तस्वीर रंगोली बनाती हुई एक…
शायद यह पहला अवसर होगा जब दीपावली दो दिन मनाई जाएगी. मंगलवार 29 अक्टूबर को…
तकलीफ़ तो बहुत हुए थी... तेरे आख़िरी अलविदा के बाद। तकलीफ़ तो बहुत हुए थी,…
चाणक्य! डीएसबी राजकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय नैनीताल. तल्ली ताल से फांसी गधेरे की चढ़ाई चढ़, चार…