कबूतरी देवी, भानुराम सुकोटी गिर्दा और हीरा सिंह राणा के सर्वकालिक लोकप्रिय गीतों को रीक्रियेट कर चुके करन जोशी के यू ट्यूब चैनल केदारनाद बसंती मौसम में गिरीश तिवारी ‘गिर्दा’ का रंग भरा गीत लेकर आया है. बसंत की परी शीर्षक से इस गीत में गिर्दा की कविता को कर्णप्रिय संगीत से संवारा गया है. (Poem of Girda)
इस तरह गिर्दा की नजर से बसंत के मौसम को देखने की नयी पीढ़ी के एक युवा कलाकार की कोशिश का बेहतरीन परिणाम है बसंत की परी.
गिटार और अन्य आधुनिक वाद्ययंत्रों के साथ कानों में रस घोलता संगीत गिर्दा के जादुई शब्दों के साथ पूरा न्याय करता है. इस तरह गिर्दा बसंत को देखने और महसूस करने का अपना नजरिया लेकर अगली पीढ़ी के साथ जुगलबंदी करते दीखते हैं. गीत में गिर्दा की खुद की आवाज़ को बीच-बीच में खूबसूरती के साथ पिरोया गया है.
‘केदारनाद’ की कुमाऊनी होली बसंती नारंगी
नये अंदाज में कुमाऊनी होली शिव के मन मा ही बसे काशी
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