अल्मोड़ा के रहने वाले लक्ष्य सेन इस बार पेरिस ओलम्पिक में शिरकत कर रहे हैं. दुनिया भर को अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके लक्ष्य सेन का यह ओलम्पिक डेब्यू भी है. पेरिस ओलम्पिक में लक्ष्य ने अपनी शुरूआत जीत के साथ की है.
(Lakshy Sen Olympic 2024 Update)
लक्ष्य सेन ने पुरुष एकल वर्ग के मैच में केविन कॉर्डन को 21-8, 22-20 से हराया. मुकाबले में दुनिया के 41वें नंबर के खिलाड़ी कॉर्डन के खिलाफ लक्ष्य का प्रदर्शन दमदार रहा. ग्वाटेमाला के रहने वाले खिलाड़ी कॉर्डन चौथी बार ओलम्पिक में शिरकत कर रहे हैं.
लक्ष्य सेन ने 10 साल की उम्र में पहला अन्तराष्ट्रीय खिताब अपने नाम कर लिया था. सिंगापुर इंटरनेशनल 2011, अंडर 11 उनका पहला अन्तराष्ट्रीय खिताब था. लक्ष्य सेन के नाम अनेक बड़े कारनामे रहे हैं जिनके चलते अल्मोड़ा जैसे छोटे से नगर अक्सर राष्ट्रीय सुर्ख़ियों में बना रहता है.
(Lakshy Sen Olympic 2024 Update)
लक्ष्य सेन मूल रूप से अल्मोड़ा जिले की सोमेश्वर तहसील के रस्यारा गाँव के हैं. अल्मोड़ा के तिलकपुर मोहल्ले में स्थित उनके घर में बना बैडमिन्टन का कोर्ट लक्ष्य सेन के दादाजी द्वारा ने ही बनाया. इसी बैडमिन्टन कोर्ट में दिन-रात मेहनत कर लक्ष्य सेन ने आज यह मुकाम हासिल किया है.
लक्ष्य सेन के पिता धीरेन्द्र सेन और दादाजी चन्द्रलाल सेन दोनों ही ख्याति प्राप्त बैडमिन्टन खिलाड़ी रह चुके हैं. चन्द्रलाल सेन के विषय में एक लम्बा आलेख यहां पढ़िये: चन्द्रलाल सेन जिनके पोते आज विश्व चैम्पियन हैं
(Lakshy Sen Olympic 2024 Update)
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1 Comments
खीम सिंह रावत
अल्मोड़ा के निवासी ने अपने ओलंपिक देबू में पहले मैच मेंप्रतिपक्षी को दो सेटों में हराकर सफलता अर्जित की है।।
भारत को विशेष कर उत्तराखंड निवासियों को उम्मीद है कि वह इस इवेंट में गोल्ड मेडल अवश्य भारत को दिलाएंगे।
हम सभी खेलप्रेमियो की हार्दिक शुभकामनाएं लक्ष्य सेन के भविष्य के लिए⚘⚘