कुमाऊं में होली के रंग जमने शुरू हो चुके हैं
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree अभी होली आने में तीन माह शेष हैं लेकिन कुमाऊं में होली के रंग बिखरने शुरू हो चुके हैं. बीता रविवार पौष माह का पहला रविवार थ... Read more
शौकियाथल में पहली बार दिखा टायगर
अल्मोड़ा में शौकियाथल इलाके पास टायगर देखे जाने की खबर सोशियल मीडिया में वायरल हो रही है. रविवार के दिन पनुवानौला के कुछ लोग जगरिये को बुलाने जागेश्वर क्षेत्र के ठिकलना गांव जा रहे थे। कार स... Read more
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree नई पीढ़ी में “पढ़ने लिखने की संस्कृति” को बढ़ावा देने और उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों को प्रचारित-प्रसारित करने क... Read more
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree दिल्ली हाट में इन दिनों सजा है आदि बाज़ार. दिल्ली हाट के बारे में कहा जाता है कि यहाँ एक छत के नीचे आप सम्पूर्ण भारत की लोकक... Read more
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree हाल ही में उत्तराखंड के 18 उत्पादों को जीआई प्रमाण पत्र मिले हैं. इन 18 उत्पादों को मिलाकर अब तक उत्तराखंड राज्य के कुल 27... Read more
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree एकबार फिर देहरादून सज चुका है निवेशकों के स्वागत के लिये. 5 साल बाद निवेशकों के स्वागत में किये जाने वाले भव्य स्वागत... Read more
नानकमत्ता किताब कौतिक की रपट
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree कुछ फीट की दूरी पर दो डंडे लगा उनमें रस्सी बांधना और फिर उस रस्सी पर किताबें लटका कर उस जगह को सजाने की कोशिश करना, ना... Read more
हिमालय टूट सकता है लेकिन झुक नहीं सकता
पिछले दिनों सिलक्यारा टनल रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद दिल्ली मीडिया घरानों ने जैसी असंवेदनशील हैडलाइन के साथ रिपोर्टिंग की वह किसी भी पहाड़ी को असहज कर सकती है. दिल्ली मीडिया घरानों के इस बर्ताव... Read more
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree पिछली अमावस्या सहित कार्तिक मास का पूरा शुक्ल पक्ष, 41 मजदूर सिलक्यारा की निर्माणाधीन सुरंग में फँसे रहे. दीपावली, छट और इग... Read more
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree इगास पर्व पर ‘भैलो रे भैलो काखड़ी को रैलू, उज्यालू आलो अंधेरो भगलू’ लोकगीत गाते हुए, भैलो खेलते, गोल-घेरे में घूमते हुए स्त... Read more