डिलीवरी फर्श पर, मौत सरकारी संवेदना की हुई
देहरादून में संवेदनहीनता का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे हम अक्सर दूर-दराज गांवों में अक्सर सुना करते हैं. यह मामला राजधानी में होने से सुर्खियों में आ गया है. सरकारी अस्पताल में गर्भवती... Read more
उत्तराखंड विधानसभा ने बुधवार को गाय को राष्ट्रमाता घोषित किए जाने का संकल्प पारित किया गया. यह संकल्प अब भारत सरकार को भेजा जाएगा. प्रदेश की पशुपालन मंत्री रेखा आर्य ने राज्य विधानसभा में यह... Read more
‘अपनी धुन में कबूतरी’ वृत्तचित्र का प्रदर्शन
(जगमोहन रौतेला की रपट) कुमाउनी लोकजीवन के ऋतुरैंण, न्योली, छपेली, धुस्का व चैती आदि विभिन्न विधाओं की लोकप्रिय लोकगायिका रही कबूतरी देवी के जीवन पर आधारित वृत्तचित्र ‘अपनी धुन में कबूतरी’ का... Read more
ठेठ कुमाऊंनी रामलीला का इतिहास
चंदवंशी राजा बालो कल्याण चंद ने जिस अल्मोड़ा शहर को 1563 में बसाया, उसी अल्मोड़ा शहर के स्व. देवी दत्त जोशी (काली कुमाऊं के तहसीलदार) की प्रेरणा से 1860 में पहली कुमाऊंनी रामलीला बद्रेश्वर में... Read more
हल्द्वानी के इतिहास के विस्मृत पन्ने – 14
भैरव मंदिर से आगे कि ओर जहाँ गुरुद्वारा है, उसके पीछे की गली जो कसेरा लाइन से दूसरी ओर मिलती है, पीपलटोला नाम से जानी जाती थी. यहाँ तवायफें रहा करती थीं और मुजरे के शौक़ीन लोग यहाँ जाया करते... Read more
भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआइआइ) के ताजा अध्ययन में देश के 50 टाइगर रिजर्व में से 38 में बाघों का अस्तित्व 50 या अधिकतम 100 साल ही रहने के आसार हैं. संस्थान में आयोजित 32वीं वार्षिक शोध... Read more
स्थायी राजधानी गैरसैंण बनाने को विधानसभा कूच
विधानसभा मानसून सत्र के दूसरे दिन ‘स्थायी राजधानी गैरसैंण संघर्ष समिति’ के कार्यकर्ताओं ने गैरसेण को स्थाई राजधानी बनाने की मांग को लेकर विधानसभा कूच किया. अपनी मांग को लेकर जुलू... Read more
उत्तराखंड विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन मंगलवार को पेट्रोल व डीजल की कीमतों में लगातार इजाफा होने और बढ़ती महंगाई का मुद्दा गूंजा. विपक्ष ने सदन में सरकार को घेरने की कोशिश की और बाद म... Read more
टनकपुर-बागेश्वर रेल मार्ग भी ‘जुमला’ है ?
टनकपुर-बागेश्वर रेल मार्ग संघर्ष समिति के बैनर तले तहसील परिसर में अनिश्चितकालीन क्रमिक अनशन के बाद भी रेल मार्ग की उम्मीद एक बार फिर टूटती दिख रही है. 15 अगस्त से शुरू हुए इस आन्दोलन से दशक... Read more
बागेश्वर में आपदा की दृष्टि से संवेदनशील गांवों के विस्थापन के मामले में सरकार चुप्पी साधे है. जबकि भूवैज्ञानिकों ने सरकार को चिह्नित संवेदनशील दर्जनों गांवों के शीघ्र विस्थापन की रिपोर्ट कई... Read more