बरखा-बहार पर सिनेमाई गीत
जल स्रोत और हरियाली, कुदरत की ऐसी नियामते हैं जो आँखों को सुकून देती हैं और मन को खुशी. पेड़- पौधे, पशु-पक्षी हों, चाहे मनुष्य, सभी बरसा से आनंदित होते हैं. इस खास मौसम में समूची कुदरत झूमने... Read more
‘मिस्टर इण्डिया’ फिल्म में गहरी मरदाना आवाज में बोला गया अमरीश पुरी का डायलॉग – “मोगैम्बो खुश हुआ!” अपने आप में एक कल्ट बन चुका है. अमरीश पुरी आज ही के दिन पंजा... Read more
हॉलीवुड के पीछे बॉलीवुड हमारे देश का मेनस्ट्रीम सिनेमा हॉलीवुड की नक़ल करने के लिए लम्बे समय से कुख्यात रहा है. हाल ही में आई फिल्म ‘ठग्स ऑफ़ हिन्दुस्तान’ इसका बड़ा उदाहरण कहा जा सकता है. इस फि... Read more
कलाबाज देव आनंद नैनीताल आये थे 1975 में
हिन्दी सिनेमा के सदाबहार नायक माने जाने वाले देव आनंद ने प्रसिद्धि के शिखर पर पहुँचने के बाद भी अपनी सादगी और नफासत में ज़रा भी कमी नहीं आने दी थी. फिल्मे बनाने को लेकर जैसा उत्साह उनके भीतर... Read more
टीटू सिंह और टोनी सिंह को याद करने का दिन
“वड्डा कौण है?” “तुसी” “समझदार कौण है?” तुसी” “इटेलीजेंट कौण है?” “तुसी” यह टीटू सिंह और टोनी सिंह के बीच होने वाला एक वार्त... Read more
बैठी हूँ कब हो सवेरा रुला के गया सपना मेरा
रुला के गया सपना मेरा बैठी हूँ कब हो सवेरा वही है गमे दिल वही है चंदा तारे वही हम बेसहारे आधी रात वहीं है और हर बात वही है फिर भी ना आया लुटेरा… कैसी ये जिंदगी साँसों से हम ऊबे के दिल... Read more
सुनील दत्त नैनीताल में
सुनील दत्त (6 जून 1929-25 मई 2005) हिंदी सिनेमा के रुपहले पर्दे पर सुनील दत्त के नाम से पहचाने जाने वाले बलराज दत्त 1963 में बनी हिंदी फिल्म गुमराह की शूटिंग के सिलसिले में नैनीताल आये थे. ग... Read more
बीसवीं सदी के सबसे बड़े थियेटर अभिनेताओं में गिने जाने वाले सर लॉरेन्स ओलिवियर, जिनका आज जन्मदिन है (जन्म: 22 मई 1907), को आज भी उनके द्वारा अभिनीत शेक्सपीयर के सबसे मशहूर पात्र हैमलेट के लिए... Read more
ये कौन आया…
छह-सात दशक पहले, हिंदी सिनेमा में रोमानी उत्थान के गीतों की जो धारा बहनी शुरू हुई, लंबे अरसे तक उनका प्रभाव बना रहा. इन गीतों के जरिए सिनेप्रेमियों को लौकिक प्रेम को अभिव्यक्त करने के कई रंग... Read more
रेशमा (1947 से 3 नवम्बर 2013) रेशमा ने ढेरों ऐसे गाने गए हैं जिन्हें पाकिस्तान और हिन्दुस्तान की संगीत प्रेमी जनता ने बराबर प्यार दिया. सुन चरख़े दी मिट्ठी-मिट्ठी हूक माहिया मैनू याद आउंदा,... Read more