हमारे बचपन में अभावों का भी बढ़ा भाव था
नोस्टालजिया का झरोखा तो सुकून देता ही है जनाब! चाहे वह कितना ही अभावों भरा क्यों न हो. लेकिन सच कहें तो हमारे बचपन में अभावों का भी बढ़ा भाव था. विलासिता की चीजों से दूर हम अपनी खुशियां कुदर... Read more
द्रोणागिरि के लोग आज भी क्यों भगवान हनुमान से नाराज हैं : तीस साल पुरानी रिपोर्ट
प्रकाश पुरोहित जयदीप द्वारा लिखा गया ये आलेख बहुत लोकप्रिय है. नब्बे के दशक में लिखे गये इस आलेख के बाद द्रोणागिरि बहुचर्चित हो गया था. दर्जनों वेबसाइट्स, पोर्टल्स और पत्रिकाओं में इस आलेख क... Read more
लाड़ से भरे बचपन के गीतों की किताब : घुघूति बासूति
घुघूति बासूतीआमा कां छ?खेत में छ.कि करन रे छ?(Ghughuti Basuti Uttarakhand Children Songs) दुनिया के किसी भी कोने में जब ये शब्द कान में पड़ते हैं तो आंखें बंद हो जाती हैं और सुकून से भरा एक च... Read more
घट के पाट और चोखी बसंतमूली की सब्जी
ह्यून में अच्छा झड़ पड़े और बसंत में डाल न बरसे तो हमारे गाँव में इतना गेहूं तो हो जाता कि छ: साथ महीने तक गुजारा चल जाय. जिस साल चौमास सही बरसा और ह्यून सूखा न जाए तो फागुन चैत तक गाड़ किना... Read more
जिन्होंने अपनी रांच पर पहाड़ को बुना…
जब बर्फ पिघल कर नदियों को जवान कर रही थी और बुरांश पहाड़ को रक्तिम, तब रेशम की लकीरों पर अपनी भेड़ों को हांकते रं और शौका व्यापारी माल भाभर के खत्तों को छोड़ पहाड़ की और लौट रहे थे. इनकी भेड... Read more
बसंत पंचमी से प्रारम्भ बसंत मैदानी क्षेत्र में होली के साथ विदा ले लेता है पर पहाड़ में ये बैसाखी तक अपने पूरे ठाठ में देखा जा सकता है. मैदानी बसंत के प्रतीक-पुष्प टेसू, ढाक, कचनार, सरसों पह... Read more
उत्तराखंड के बजट में मेधावी बच्चे क्यों ढूंढ रहे हैं लैपटॉप और स्मार्टफोन
बात 2017 की है. यूपी में सरकार द्वारा मेधावी छात्रों को लेपटॉप और स्मार्ट फोन देने जैसी कोई योजना का खूब शोर था. चुनाव उत्तराखंड में था सो योजना की छाया राज्य में पड़ना लाजमी था. Uttarakhand... Read more
28 नवंबर 2001, पवित्र रमज़ान का महीना, सोपोर, कश्मीर. सर्दियों का मौसम अपने यौवन पर. मेरे मुस्लिम साथी सैनिक रोजे पर थे. धनाढ्य लोग अपने वातानुकूलित घरों में और आम जनमानस सर्दी से बचने के लि... Read more
बाल शोध मेला (सीखने- सिखाने की अनूठी पहल) सरकारी विद्यालयों में होते नवाचार 8 फ़रवरी 2020 स्थान: पिथौरागढ़ विद्यालय: राजकीय प्राथमिक विद्यालय मनकटिया प्रधानाध्यापिका: श्रीमती दीपा पाण्डेय सहाय... Read more
कुमाऊं का पहला सामुदायिक रेडियो ‘कुमाऊं वाणी’ आज वर्ल्ड रेडियो डे के मौके पर 9 साल 11 माह 2 दिन का हो चुका है और अपनी पहचान के जरिये आज दूरस्थ ग्रामीण अंचल तक अपनी पैठ बना चुका है. कुमाऊं की... Read more