उत्तराखंड के ग्रामीण इलाकों तक नहीं पहुंच पाती हैं बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं
महात्मा गांधी ने कहाँ है कि ‘असली भारत गाँवों में बसता हैं’, मगर हमारे गाँव अब बीमार हो रहे हैं. हमारा देश एक लोकतान्त्रिक और लोक कल्याणकारी राज्य (वेलफेयर स्टेट) है. प्रत्येक नागरिक को बुनि... Read more
कैलाश मानसरोवर यात्रा भारत की सबसे कठिन और पवित्र धार्मिक यात्राओं में एक है. भारत के लोग कैलाश मानसरोवर की यात्रा तीन जगहों से करते हैं. एक नेपाल, दूसरा सिक्किम और तीसरा उत्तराखंड से. तीनों... Read more
सुंदरी के पेड़ों, खूब मिट्टी, कीचड़ और दलदल से भरा एक ज्वारग्रस्त इलाका है सुंदरबन. खाड़ी में गिरने से पहले गंगा, ब्रह्मपुत्र और मेघना नदियाँ सुस्त और लापरवाह हो उठती हैं और अपने लम्बे रास्त... Read more
अगर कोई मुझे पूछे कि बच्चों के गीतों और प्रौढ़ों की कविताओं में क्या अंतर होता है तो मैं कहूंगा, वही जो किसी पहाड़ी स्रोत के जल और आर.ओ. के पानी में होता है. पहले पे कोई ठप्पा नहीं पर अपरिमि... Read more
इतिहास में याद रखी जाएँगी चार मई की शराब की कतारें
भारत के इतिहास में चार मई को ऐतिहासिक दिन के रूप में शामिल किया जाएगा. करना भी चाहिए. ऐसा इसलिए कि इतनी संख्या में शराब लेने के लिए भीड़ पहले कभी नहीं उमड़ी रही होगी. मेरे जीवनकाल में तो कभी... Read more
लॉकडाउन का दूसरा चरण समाप्ति की ओर है. स्वच्छताकर्मी, स्वास्थ्यकर्मी और पुलिसकर्मी ने 133 करोड़ की आबादी वाले बड़े देश को संभाला है. पिछले एक महीने से अधिक के समय में उत्तराखंड पुलिस की कुछ तस... Read more
हुड़किया जागर, डमरिया जागर और मुरयो जागर
जमाना वीर लोगों को सम्मान देता है. उनके शौर्य, साहस और पराक्रम की गाथाओं को हर पीढ़ी अगली पीढ़ी को सौगात के रूप में भेंट कर जाती हैं. यही कथाएं लोक गायक सुरीले स्वरों के आरोह अवरोह में बांध... Read more
गेहूँ की नई नस्ल पैदा कर देने वाले उत्तराखण्ड के किसान योद्धा नरेन्द्र सिंह मेहरा से मिलिए
कुमाऊं अंचल के प्रवेश द्वार हल्द्वानी शहर से सटा हुआ गौलापार क्षेत्र खेती, बागवानी और पशुपालन की दृष्टि से बहुत समृद्ध माना जाता है. प्रशासनिक इकाई की दृष्टि से गौलापार क्षेत्र नैनीताल जनपद... Read more
लॉकडाउन में अल्मोड़ा के स्याल्दे ब्लॉक के जसपुर गांव के लोग बेहद चर्चा में हैं. वजह है गांव के अप्रवासी जो दक्षिण अफ्रीका में रहकर आसपास के गांव के लोगों की मदद में जुटे हैं. अब तक विदेश में... Read more
17 और 19 का पहाड़ा न याद होने से हमें जिन्दगी के शुरुआत में ही करियर के दो विकल्प मिल चुके थे. पहला डुट्याल का, दूसरा ड्राइवर का. एलिफेन्ट की स्पेलिंग ने इस बात पर पक्की मोहर लगा दी थी कि हम... Read more