आब ओढ़ तै चशमः पहाड़ी बुबू की हाज़िर जवाबी
परकास दिल्ली की एक कंपनी में मैनेजर के तौर पर काम करने लगा था. परिवार चंपावत के लोहाघाट में ही रहता था और परकास पिछले कुछ सालों से अकेला दिल्ली में. ईजा-बाबू ने परकास की अकेली ज़िंदगी के पहि... Read more
कूर्मांचली परम्परा में जल का महत्त्व
मानव जीवन में बालक के जन्म से लेकर मृत्यु तक जीवन के विभिन्न संस्कारों में जल का महत्वपूर्ण स्थान है. व्यक्ति जल से आचमन करने पर शुद्ध होता है क्योंकि जल में औषधीय गुण विद्यमान रहते हैं. धार... Read more
कुदरत कब आपको अपने नए रूप से अचंभित कर दे शायद हम उसकी कल्पना तक नहीं कर सकते. ऐसा ही कुछ हमारे साथ पिछले दिनों हुआ जब होली के अगले दिन हम, मैं और मेरे दोस्त निकल पड़े अल्मोड़ा के ऐड़ादेव के... Read more
देहरादून का ऐतिहासिक झंडा मेला
झंडा मेला 350 वर्ष से भी पुराना ऐतिहासिक मेला है. होली के ठीक चार दिन बाद एक महीने तक चलने वाला झंडा मेला शुरू होता है. इस मेले में सुबह दरबार साहिब के बाहर स्थापित झंडे को उतारकर उसे दूध और... Read more
लोक कथा : भाई-बहन
दुर्गम और बीहड़ गांव में भाई-बहन रहा करते थे. उन दोनों का और कोई नहीं था. बस किसी तरह गुजर-बसर हो रही थी. फिर वह दिन भी आया जब बहन की शादी हो गयी. भाई अकेला रह गया तो उसकी मुश्किलें और ज्याद... Read more
उत्तराखण्ड में जिला पिथौरागढ़ के धारचूला के सीमान्त गांव खोतिला की अनिता बिटालू का चयन राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के लिए हुआ है. तीन हजार कलाकारों ने इस साल राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय की प्रवे... Read more
लोक कथा : धोती निचोड़ी और टपके मोती
उस वृद्ध के पास ऐसा जीवन था जिस से संतुष्ट हुआ जा सकता है. भरा पूरा परिवार— जिसमें सात पुत्र थे, सभी बाहर दूर देस में काम-काज किया करते थे. घर में सात बहुएं थीं. बूढ़ा सुबह नदी में स्नान करत... Read more
19 बरस के प्रदीप महरा का यह वीडियो वायरल हो रहा है
सड़क नोयडा की है गरीब कारोबारी आज का सौदा बेच चुके हैं इसी बीच सड़क किनारे एक लड़का पीठ पर बैग लगाये दौड़ रहा है. ऐसे दौड़ रहा है जैसे वह किसी रेस का हिस्सा हो. रात के बारह बजे पसीने से तरबत... Read more
कहानी : भिटौली यानी मां उदास है
भिटौली का महीना शुरू हो चुका था. अगल-बगल की महिलाओं की भिटौली पहुँचने लगी थी. कागज की पुड़िया में मिठाई-बतासे आने लगे थे. मुझे भी अपनी बहनों को भिटौली देने के लिए जाना था. मां ने महीना शुरू... Read more
लोक कथा : बिणिभाट और उसकी सात बहुएँ
बिणिभाट नाम के ब्राह्मण की सात बहुएं थीं लेकिन सभी निःसंतान. एक दिन बिणिभाट हाट से लौट रहा था तो देखता क्या है कि नदी का पानी काफी मैला है. यह बरसात का मौसम भी नहीं था कि ऊपर कहीं हो रही बरख... Read more