सिनेमा का शौक और शब्दभेदी वरदान
उस समय फिल्मों का इतना क्रेज हुआ करता था कि लड़के खुद को रोक नहीं पाते थे. किसी भी छत पर वीसीआर पर एक ही रात में तीन-तीन फिल्में दिखाई जातीं. मार्च में परीक्षाएं निबटने के बाद लड़के बिंदास ह... Read more
कविता : नाक के पहाड़ से
वो औरतेंलम्बा टीका लगाती हैंजो नाक के पहाड़ सेमाथे और माँग के मैदान तक जाता है वो औरतेंचढ़कर, उतरकरऔर फिर से चढ़करएक ऐसे गाँव आती हैंजहाँ सेसड़क साँप बनकरउनके बच्चों कोनिगल जाती है वो औरतेंजो बस... Read more
नन्ही लाल चुन्नी की कहानी
एक बार की बात है, एक छोटी सी बच्ची अपने माता-पिता के साथ एक गांव में रहती थी. वह अपने माता-पिता से ज्यादा अपनी दादी से प्यार करती थी. उसकी दादी गांव के दूसरी ओर रहती थी जो कि जंगल से होकर नि... Read more
घुघुति-बासूती
पिछली कड़ी – सासु बनाए ब्वारी खाए घुघूती-बासूती…क्या खांदी?दुधु-भाती!मैं भी दे…जुठू छकैकू?मेरू!तेरी ब्वै कख?ग्वोठ जायीं.क्या कर्न?दूधु द्धेवणा!ग्वोठ को छ?गाय-बाछी.बाछी कन कदी?म्हाँ कदी!... Read more
हमारे समय के सबसे महत्वपूर्ण किन्तु सबसे शांत कवियों में से एक विनोद कुमार शुक्ल की कविता `मुझे बिहारियों से प्रेम हो गया’ में एक बात आती है- एक भाषा में बचाओ दूसरे प्रदेश की भाषा म... Read more
ठोस कचरा प्रबंधन और जलवायु परिवर्तन
करीब पिछले दो दशकों से जलवायु परिवर्तन का प्रभाव दुनिया भर में देखा जा रहा है. जलवायु परिवर्तन की इस प्रकिया में लगातार ग्लेशियर पिघल रहे है समुद्र के पानी का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है ऐसे... Read more
धामी के खिलाफ व्यूह रचना?
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत एक बार फिर से बेहद सक्रिय हो गए हैं. फरवरी के महीने उन्होंने पहले गढ़वाल लोकसभा सीट और उसके बाद अल्मोड़ा व नैनीताल-ऊधमसिंहनगर लोकसभा सीट का दौरा किया.... Read more
उत्तराखण्ड के बीहड़ गाँव से दुनिया की सर्वश्रेष्ठ यूनिवर्सिटी तक ज्योति का सफ़र
उत्तराखण्ड के सीमांत जिले चमोली का एक छोटा सा कस्बा है देवाल. देवाल आसपास के गाँवों का ब्लॉक मुख्यालय तो है ही, यह सबसे लम्बी दूरी की हिमालयी यात्रा ‘नंदा राजजात’ का अहम् पड़ाव भी है. यही दे... Read more
पशुपतिनाथ में शिवरात्रि
फागुन कृष्ण चतुर्दशी के दिन शिव-पार्वती विवाह के पर्व रूप में मनाई जाती है शिव रात्रि. मान्यता है कि इसी दिन शिव की उत्पत्ति हुई, रुद्र ने अवतार ले डमरू बजाया जिसकी ध्वनि से संसार भर में झंक... Read more
सिंथिया स्कूल के बच्चे पढेंगे घुघूति बासूती
पहाड़ों में खिलते फ्यूंली और बुरांश को देखने जैसा सुकून देने वाली एक खबर हल्द्वानी से है. हल्द्वानी में एक निजी स्कूल ने अपने स्कूली पाठ्यक्रम में पहाड़ी बोली के बालगीतों शामिल किया गया है.... Read more