भाभर की बिल्ली को पहाड़ ले जाने की एक याद
बात वर्ष 1990-1992 की होगी जब बाबूजी के साथ पहली बार बाजपुर जाने का मौका मिला. मौका था छोटे दाज्यू (ताऊ जी के छोटे बेटे) की शादी में शामिल होने का. पहली बार अल्मोड़ा देखा था अल्मोड़े का बाजा... Read more
कालीनारा: लोकदेवता हरु और सैंम की माता
हरु की मां का नाम कालीनारा था. कालीनारा राजा निकदर की बेटी थी. मकर संक्रांति के मौके पर देव, जोगियों और भक्तजनों को कुम्भ स्नान के लिए जाता हुआ देख उसके मन में भी गंगा स्नान की इच्छा पैदा हु... Read more
अगर आप नीरज चोपड़ा के घर जाएं तो वहां आपको दीवार पर एक Quote लिखा हुआ मिलेगा – A single idea can light up your life. Sometimes it is just a chance encounter. यानी एक अकेला विचार आपका जीवन रो... Read more
9 अगस्त कीई सुबह का सूरज निकलता उससे पहले अंग्रेजों ने ‘ऑपरेशन जीरो आवर’ के तहत कांग्रेस के सभी बड़े नेताओं को या तो गिरफ्तार कर लिया या फिर नज़रबंद. आन्दोलन संभालने के बारी अब युवाओं के कंध... Read more
नेपाल से आये टिकेन्द्र का भोलापन
शिकंजे में बदलती दीवारें टिकेन्द्र नाम होगा उसका, जिसे वह कुछ अजीब से लहज़े में टिकेन्दर कह कर बताता है. जन्मतिथि उसके लिए एक गैर जरूरी सी चीज है. उम्र पूछने पर वह टालने वाले अंदाज़ में, शाय... Read more
रानी रामपाल के ‘सुंदर घर’ की यह प्रेरक कहानी
महिला हॉकी टीम ग्रेट ब्रिटेन से हार गई. 3-4 के मामूली अंतर से. हारने के बाद भारतीय टीम की लड़कियां रो पड़ीं. उन्होंने अपना सबकुछ दांव पर लगा रखा था. वे ओलिंपिक में पदक के महत्व को अच्छी तरह... Read more
संयुक्त प्रान्त के गवर्नर के नाम पर आज ही के दिन बना था वर्तमान ‘जिम कार्बेट पार्क’
गढ़वाल के राजा ने गोरखों को भगाने में मदद करने के बदले में ईस्ट इण्डिया कम्पनी को अपने राज्य का एक बड़ा हिस्सा देना पड़ा. वर्तमान में जिम कार्बेट के नाम पर बने इस पार्क का क्षेत्र अंग्रेजों... Read more
हम लोगों के बीच उम्र का बहुत अंतर तो नहीं था, मगर मेरे कॉलेज में प्राध्यापक बन जाने के बाद उनका प्रवेश विद्यार्थी के रूप में हुआ था. वह हिंदी के छात्र भी नहीं थे, हालाँकि उनकी बातों से उनकी... Read more
गढ़वाली हिंगोड़: हॉकी और गोल्फ का पुरखा
इक्कीसवीं सदी में ओलम्पिक हॉकी का पहला पदक भारत ने हाल ही में जीता है. जर्मनी को हराकर, कांस्य पदक. पिछली सदी में भी आखिरी बीस साल ओलम्पिक पदक का सूखा ही रहा. एक दौर वो भी था, जब भारत फील्ड... Read more
बैरन ने दुनिया को नैनीताल के बारे में क्या बताया
कुमाऊं के दूसरे कमिश्नर ट्रेल नैनीताल की यात्रा करने वाले पहले यूरोपीय व्यक्ति थे लेकिन उन्होंने इस जगह की धार्मिक पवित्रता को देखते हुए अपनी यात्रा को प्रचारित न किया. 1839 में कमिनश्नर बैट... Read more