बेटियों को जबरन बेटा बनाते हम लोग
महिला अधिकारों के नाम पर रस्म अदायगी का एक दिन और आ कर चला जाएगा 8 मार्च (International Women’s Day) को. साल में 364 दिन पुरुषों के एकाधिकार के और एक दिन महिलाओं के लिये. इस पर भी कथित... Read more
नैनीताल लोकसभा सीट पर भाजपा नेताओं ने चुनाव के लिहाज से अपनी राजनैतिक सक्रियता बढ़ा दी है. पहले नैनीताल के सांसद भगत सिंह कोश्यारी को टिकट की दौड़ से उम्र की अधिकता के कारण बाहर माना जा रहा... Read more
गत 5 जनवरी 2019 को नए साल की शुभकामनाएँ देने के लिए नैनीताल समाचार के सहयोगी व लोक निर्माण विभाग के सेवानिवृत्त इंजीनियर देवेन्द्र नैनवाल जी से वरिष्ठ पत्रकार हरीश पंत ‘हरदा’ के साथ भेंट की.... Read more
उन दिनों सैकड़ों लोग बटाईदारी से पालते थे परिवार
आज से लगभग चार दशक पहले नैनीताल जिले के भाबर में जमीन बेचने और खरीदने का कार्य मार्च से लेकर जून तक ही चलता था. साल के अन्य दूसरे महीनों में जमीन खरीदने-बेचने का काम नहीं के बराबर होता था. इ... Read more
उत्तराखण्ड में निकाय चुनाव में हार के बाद कांग्रेस नेताओं के बीच हो रही तकरार में नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश के ताजे बयान ने पार्टी के अन्दर बवाव मचा दिया है. उन्होंने हल्द्वानी नगर नि... Read more
उत्तराखण्ड की स्थाई राजधानी को लेकर भाजपा का दोगलापन एक बार फिर से सामने आया है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने पिछली 23 नवम्बर को विधानसभा का शीतकालीन सत्र गैरसैंण की बजाय देहरादून में... Read more
एनआईटी पर जनता के साथ छल करती सरकार
क्या मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत श्रीनगर ( गढ़वाल ) स्थित राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान ( एनआईटी ) के स्थाई परिसर के निर्माण के बारे में जनता के साथ छल कर रहे हैं? यह सवाल इसलिए उठ रह... Read more
वरिष्ठ कथाकार व कवि गम्भीर सिंह पालनी पिछले 12 नवम्बर 2018 को हल्द्वानी में डॉ. प्रशान्त निगम के पास अपने स्वास्थ्य की जॉच के लिए पहुँचे. कालाढूँगी रोड स्थित ओपी दा के ओपी मेडिकोज में उनसे म... Read more
उत्तराखण्ड में छठ की छुट्टी
उत्तराखण्ड सरकार ने इस साल भी छठ की पूजा के लिए आज 13 नवम्बर को पूरे राज्य में सार्वजनिक छुट्टी घोषित कर दी है. जिस पर कुछ तीखी प्रतिक्रियाएं सोशल मीडिया में हो रही हैं. ये प्रतिक्रियाएं भी... Read more
मीडिया व बाजार धीरे-धीरे हमारी विभिन्न लोक व उसकी संस्कृतियों को निगलते जा रहे हैं. और यह इतने धीरे से दबे पॉव हो रहा है कि हमें पता ही नहीं चल रहा है कि हम अपने “लोक” व उसकी संस... Read more