(शमशेर सिंह बिष्ट: 4 फरवरी 1947 से 22 सितम्बर 2018) शमशेर सिंह बिष्ट उत्तराखण्ड के ख्यातिलब्ध आन्दोलनकारी, सामाजिक कार्यकर्ता, लेखक, पत्रकार और बुद्धिजीवी हैं. अभावग्रस्त बचपन को अपनी ताकत ब... Read more
चालबाज़ आदमी और दोस्ती की परख
अफ्रीकी लोक कथाएँ – 10 दो लड़के पक्के दोस्त थे. उन्होंने हमेशा एक दूसरे के साथ बने रहने का वादा किया हुआ था. जब वे बड़े हुए उन्होंने आमने-सामने अपने घर बनाए. दोनों के खेतों के दरम्यान एक पतल... Read more
शेर और आग जलाने की लकड़ी
अफ्रीकी लोक कथाएँ – 9 यह उस ज़माने की बात है जब जानवर और मनुष्य इकठ्ठे रहा करते थे. उन दिनों लोगों के पास आग इस्तेमाल करने का अधिकार नहीं था. वे अपना भोजन कच्चा ही खाया करते थे. आग का इस्तेम... Read more
अक्लमंद सियार की कहानी
अफ्रीकी लोक कथाएँ – 8 “सुनो, सुनो, सुनो, मेरे बच्चो,” एक शाम गोगो ने बोलना शुरू किया. “जानते हो न, अक्लमंद होना बहुत ज़रूरी होता है! याद नहीं अक्लमंदी के कारण कितनी दफ़ा नोग्वाजा मरते मरते ब... Read more
आसमानी बिजली और तूफ़ान की कहानी
अफ्रीकी लोक कथाएँ – 7 बहुत पहले आसमानी बिजली और तूफ़ान बाकी सारे लोगों के साथ यहीं धरती पर रहा करते थे, लेकिन राजा ने उन्हें सारे लोगों के घरों से बहुत दूर अपना बसेरा बनाने का आदेश दिया हुआ... Read more
चालबाज़ आदमी और दोस्ती की परख
अफ्रीकी लोक कथाएँ – 6 दो लड़के पक्के दोस्त थे. उन्होंने हमेशा एक दूसरे के साथ बने रहने का वादा किया हुआ था. जब वे बड़े हुए उन्होंने आमने-सामने अपने घर बनाए. दोनों के खेतों के दरम्यान ए... Read more
राजकुमारी, राजा और एक आदमी की कथा
अफ्रीकी लोक कथाएँ – 5 कुछ समय पहले जंगल में एक अकेला शिकारी रहता था. उसका कोई परिवार नहीं था और वह बाकी लोगों से दूर रहा करता था. एक दिन उस इलाके के राजा ने अपनी प्रजा को अपराधियों से... Read more
सियार और सूरज
अफ्रीकी लोक-कथाएँ: 4 बहुत पुरानी बात है जब आदमी जानवर थे और जानवर आदमी, एक सियार अपने बूढ़े पिता के साथ रहता था. एक दिन बूढ़े ने अपने बेटे से कहा: “सुनो बेटा, तुमने अपने लिए जल्द ही एक दुल्ह... Read more
कहानियाँ कहाँ से आती हैं
अफ्रीकी लोक-कथाएँ: 3 (एक पारम्परिक ज़ुलू लोककथा) बहुत, बहुत साल पहले की बात है. यह इतनी पुरानी बात है जब शायद पहले आदमी और पहली औरत को धरती पर आए बहुत समय नहीं हुआ था. इसी धरती पर कहीं मान्ज... Read more
रेडियो पर पहली लाइव क्रिकेट कमेंट्री एक पादरी ने की थी
बीबीसी को इस क्षेत्र में पायनियर का दर्ज़ा इस लिहाज़ से हासिल है कि 14 मई 1927 को चर्च में भाषण दे रहे एक पादरी महोदय से रेडियो पर लाइव क्रिकेट कमेंट्री करने का निवेदन किया गया. इंग्लैण्ड के ल... Read more