अम्मा: आलोक श्रीवास्तव की कविता
अम्मा चिंतन दर्शन जीवन सर्जन रूह नज़र पर छाई अम्मा सारे घर का शोर शराबा सूनापन तनहाई अम्मा उसने खुद़ को खोकर मुझमें एक नया आकार लिया है, धरती अंबर आग हवा जल जैसी ही सच्चाई अम्मा सारे रिश्ते-... Read more
मैं आता रहूँगा उजली रातों में तुम्हारे लिए
मैं आता रहूँगा तुम्हारे लिए (Poem by Chandrakant Devtale) – चन्द्रकान्त देवताले मेरे होने के प्रगाढ़ अंधेरे को पता नहीं कैसे जगमगा देती हो तुम अपने देखने भर के करिश्मे से कुछ तो है तुम... Read more
महान कवि, कहानीकार, उपन्यासकार, गायक, गीतकार, संगीतकार, चित्रकार, प्रकृतिप्रेमी, पर्यावरणविद और मानवतावादी रवीन्द्रनाथ टैगोर पहले एशियाई व्यक्ति थे जिन्हें साहित्य का प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्क... Read more
ताजमहल को शायरों ने भी बनाया उनवान
सभी जानते हैं कि बादशाह शाहजहां अपनी बेगम मुमताज़ से बहुत प्यार करते थे. अपनी बेगम की याद में संगमरमर की इमारत तामीर कराई थी, जिसको हम ताजमहल के नाम से जानते हैं. यह दुनिया के सात अजूबों में... Read more
मशहूर पॉप गायक फ्रेडी मरकरी (Freddie Mercury) के जीवनवृत्त पर इस साल एक शानदार फिल्म रिलीज हुई है जिसका नाम है ‘बोहेमियन रैप्सोडी’. फिल्म में फ्रेडी का किरदार निभाया है रेमी माले... Read more
एक था फ्रेडी मरकरी
आज से सत्ताईस साल पहले आज ही के दिन यानी ईस्टर, 20 अप्रैल 1992 को लन्दन के वेम्बली स्टेडियम में एक यादगार संगीत आयोजन (Freddie Mercury Concert 1992) हुआ था. फ्रेडी मरकरी ट्रिब्यूट कंसर्ट फॉर... Read more
राहुल सांकृत्यायन की नजरों से नैनीताल
राहुल सांकृत्यायन याद रखते हुए हम आपको उनकी लिखी कुछ चुनी हुई रचनाओं से परिचित करवाने जा रहे हैं. इस क्रम में आज पढ़िए राहुल सांकृत्यायन के हिमालय समाज, संस्कृति, इतिहास तथा पर्यावरण पर केन्द... Read more
रेशमी सलवार कुर्ता जाली का
14 अप्रैल, 1919 को अविभाजित भारत के लाहौर में पैदा हुईं शमशाद बेगम को गायन का शौक बचपन से ही था. वे अपने स्कूल के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में गाने के अलावा वे तमाम पारिवारिक मंगल कार्यक्रमों... Read more
जरूर देखी जानी चाहिए यह ऑस्कर विजेता फिल्म
1960 के दशक के शुरुआती सालों तक अमेरिका के दक्षिणी प्रान्तों में रंगभेद जारी था. उत्तरी अमेरिकी प्रान्तों में स्थिति काफी बदल चुकी थी. इसी थीम को लेकर बनी है फिल्म ‘द ग्रीन बुक’ जिसे इस साल... Read more
जन्मदिन पर सफ़दर हाशमी की याद
साल 1989 का पहला दिन यानी एक जनवरी था. उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद जिले के साहिबाबाद में सफ़दर हाशमी (Safdar Hashmi) अपनी नाट्य मंडली के साथ मजदूरों के सम्मुख ‘हल्ला बोल’ नुक्कड़ नाटक कर रहे थे.... Read more