स्पीति घाटी की कुछ तस्वीरें
स्पीति घाटी के गाँव के ज्यादातर घर मिट्टी के बने हैं जो अंदर से गरम रखते हैं. एक खास बात स्पीति घाटी के गाँव के घरों में एक घास (पेमा) रखी जाती है. जो पानी को मिट्टी से मिलने से बचाती है. इस... Read more
डोई का सालाना डोयाट – इस दफा स्पीति
घुमक्कड़ी धर्म को बढ़ाने के क्रम में आखिरकार आज अपने सालाना डोयाट (यात्रा) पर निकल पड़ा. पिछले साल हमख्याल दोस्त उमेश पुजारी के साथ हुई नेपाल भूटान की यात्रा के बाद इस साल यूं अकेले निकलूंगा... Read more
धारचूला की रं महोत्सव 2018 से कुछ और तस्वीरें
धारचूला में हुए रं महोत्सव 2018 की कुछ तस्वीरें आपने कुछ दिन पहले देखी थीं. आज देखिये इस समारोह की कुछ और झलकियाँ देवाशीष गर्ब्याल के कैमरे से. काफल ट्री वाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिये यहाँ... Read more
बाड़ाहाट से मंगसीर बग्वाल की कुछ तस्वीरें
उत्तराखण्ड के गढ़वाल मंडल के सीमांत जनपद उत्तरकाशी के टिहरी, नौगांव, पुरोला. मोरी, जनपद के थत्युड, देहरादून के कालसी, चकराता, हिमाचल के शिमला, कुल्लू, सिरमौर में मैदानी इलाकों में मनायी जाने... Read more
अमित साह के कैमरे से नैनीताल
ठंड के मौसम में नैनीताल और भी सुहावना हो जाता है. युवा फोटोग्राफर अमित साह ने नैनीताल की सुबह और शाम की कुछ हालिया तस्वीरें भेजी हैं. नैनीताल के रहने वाले अमित साह की खिचीं तस्वीरों की दो क़ि... Read more
पीलीभीत की बांसुरी – रोहित उमराव के फोटो
पीलीभीत की बांसुरी – रोहित उमराव बांस की बनी बांसुरी और उसकी मधुर-सुरीली तान आखिर किसे नहीं रिझाती? बांसुरी भारत वर्ष का ऐतिहासिक वाद्य यंत्र है. महाभारत काल में श्रीकृष्ण-बांसुरी-गोपि... Read more
कंगडाली की यादें – धीराज गर्ब्याल के कैमरे से
धारचूला की चौदांस पट्टी रहने वाले रं संस्कृति के लोग हर बारहवें वर्ष कंगडाली का त्यौहार मनाते हैं. इस पर्व में चौदांस घाटी के लोग दूर-दूर से अपने गाँवों में आते हैं और एक नियत दिन पारम्परिक... Read more
विशाल राठौर का हिमालय – फोटो निबंध
मुम्बई में रहने वाले विशाल राठौर का उत्तराखण्ड के हिमालय से अन्तरंग रिश्ते हैं. बेहतरीन फोटोग्राफर विशाल राठौर उत्तराखण्... Read more
गोमुख, गंगोत्री और तपोवन की यात्रा
गोमुख, गंगोत्री और तपोवन की यात्रा – चेतना जोशी अपनी सहूलियत से कभी धार्मिक होने, तो कभी नहीं होने में अपना मजा है. पर धर्म अगर पहाड़ों की सैर करा दे तो धार्मिक होना ही बेहतर है. यों तो... Read more
रानीखेत के करगेत से कानपुर तक खिंची एक पुरानी डोर
तीस के दशक में कभी रानीखेत तहसील के एक छोटे से गाँव करगेत से निकले पाँच भाइयों ने जब जीवन में अपने लिए कुछ सपनों के साथ शहर का रूख किया तो कानपुर का यही घर उनका ठिकाना बना जिसे उन्होंने बड़ी... Read more