इस बार दो दिन मनाएं दीपावली
शायद यह पहला अवसर होगा जब दीपावली दो दिन मनाई जाएगी. मंगलवार 29 अक्टूबर को धनतेरस के साथ ही 5 दिनों तक मनाए जाने वाले दीपावली का त्योहार शुरू हो गया है. पर अभी भी लक्ष्मी पूजन किस दिन किया ज... Read more
मैं जहां-जहां चलूंगा तेरा साया साथ होगा
चाणक्य! डीएसबी राजकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय नैनीताल. तल्ली ताल से फांसी गधेरे की चढ़ाई चढ़, चार मोड़ पार ऊँचे में बना भवन जो नामी गिरामी वैज्ञानिक और प्राचार्य डॉ देवी दत्त पंत का आवास ह... Read more
सर्वोदयी सेविका शशि प्रभा रावत नहीं रहीं
सर्वोदयी सेविका शशि प्रभा रावत नहीं रहीं. उनका एक परिचय यह भी है कि वह सर्वोदय सेवक स्वर्गीय मानसिंह रावत की पत्नी थी. उनका जीवन केवल एक पत्नी एक मां के रूप में ही नहीं बल्कि समाज के प्रति उ... Read more
भू विधान व मूल निवास की लहर
मूल निवास व भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति की ऋषिकेश में संपन्न महारैली से उत्तराखंड आंदोलन के समय उपजे जोश की स्मृतियां जीवंत हो गयीं. प्रदेश के मूल निवासियों के हक-हुकूक की बुलंद आवाज प्रतिध... Read more
उत्तराखंड हिमवंत के देव वृक्ष पय्यां
कालिदास ने हिमालय को देवतुल कहा है. पुराणों में देवलोक की कल्पना भी हिमालय के कैलाश-मानसरोवर पथ के मध्य कहीं की है. देवताओं के कोषाध्यक्ष, कुबेर की नगरी अलकापुरी भी कैलाश के निकट ही बताई गई... Read more
मुखबा गांव का आतिथ्य
पहाड़ों की सुबह मेरे लिए कभी भी बिछुड़ी हुई अंतिम सुबह नहीं रही,यह हर साल आबो-हवा बदलने के लिए पहाड़ जाने के एवज में वही चिर-परिचित सुबह ही है जिसको हमेशा मैं अपने ज़ेहन में करीने से रखती हू... Read more
प्रकृति व महामाया का पर्व नवरात्रि
प्रकृति शब्द में तीन अक्षर हैं जिनमें ‘प्र’ अक्षर पहले से आकर्षित प्राकृष्ट सत्वगुण, ‘कृ’ अक्षर रजोगुण एवं ‘ति’ तमोगुण का प्रतीक है. इन तीनों अक्षरों से म... Read more
प्रसूताओं के लिए देवदूत से कम नहीं ‘जसुमति देवी’
आज विज्ञान और तकनीक की मदद से स्वच्छता और स्वास्थ्य के क्षेत्र में नित नए आयाम जुड़ रहे हैं. पिछले एक दशक में ही स्वास्थ्य सुविधाओं में आशातीत उन्नति हुई है. भले ही पहाड़ आज भी उस सुविधाओं क... Read more
असोज की घसियारी व घास की किस्में
पहाड़ के लोगों का पहाड़ सा जीवन महीना असोज के लगते ही हिमालय के तलहटी में बसे गाँवों में घास की कटाई प्रारम्भ हो जाती है जो कार्तिक माह के आते आते खत्म होने लगती है. कृषि व पशुपालन पहाड़ की... Read more
ब्रह्माण्ड एवं विज्ञान : गिरीश चंद्र जोशी
ब्रह्माण्ड अनेक रहस्यों से भरा है. इनके बारे में जानने के लिए उत्सुकता लगातार बनी रही है. आदि काल से ही मानव ने आकाश में सूर्य, चंद्र व तारों को देखा. इनकी गतियों का निरीक्षण किया. धीरे-धीर... Read more