पहाड़ और मेरा जीवन – 53 ( Sundar Chand Thakur Memoir) (पिछली क़िस्त: मनुष्य परिस्थितियों का दास नहीं, परिस्थितियां उसकी गुलाम हैं) ग्यारहवीं कक्षा की डायरी हाथ आने के बाद बहुत कुछ तो उसमें म... Read more
गोधनोत्सव उत्तराखण्ड के कुमाऊं मंडल में दीपावली के दूसरे दिन यानि कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को मनाया जाने वाला पशुत्सव है. इस तरह का त्यौहार देश के लगभग सभी हिस्सों में अलग-अलग समय में कृषक समु... Read more
नैनीताल में कल की दीवाली
अब देखिये नैनीताल में कल की दीवाली की जबरदस्त तस्वीरें. इन्हें हमारे स्टार फोटोग्राफर अमित साह ने नैनीताल से भेजा है. काफल ट्री के फेसबुक पेज को लाइक करें : Kafal Tree Online फोटोग्राफर... Read more
अल्मोड़ा में कल की दीवाली
अल्मोड़ा में रहने वाले हमारे सहयोगी तथा शानदार फोटोग्राफर जयमित्र सिंह बिष्ट ने अल्मोड़ा में कल मनाई गयी दीवाली की कुछ चमकदार तस्वीरें भेजी हैं. आप भी आनंद लें. सभी फोटो एवं आलेख: जयमित्र सिंह... Read more
बीते 23 अक्टूबर के दिन वर्तमान सरकार ने पहली बार कुमाऊं क्षेत्र में कैबिनेट मीटिंग की. इस मीटिंग में बहुत से फैसलों के साथ एक फैसले पर मोहर लगी वह है अल्मोड़ा में यूनिवर्सिटी के फैसले पर. (Un... Read more
वात्स्यायन के ‘कामसूत्र’ में मिलता है दीपावली उत्सव का पहला आधिकारिक उल्लेख
वात्स्यायन ने ‘कामसूत्र’ में लिखा है: “यक्षरात्रिरिति सुखरात्रि:,यक्षाणां तत्र सन्निधानात तत्र प्रायशो लोकस्य द्यूतक्रीड़ा”. (Vatsyayan Kamsutra and Deepawali) कार्ति... Read more
धनतेरस पर सिर्फ ढोल दमाउँ और मसकबीन खरीदने वाले इस पहाड़ी परिवार का कौन दीवाना न हो जाए
रक्षा अनुसंधान संस्थान देहरादून में वैज्ञानिक के पद पर कार्यरत डी पी त्रिपाठी का शौक अलग है, सपने भी और सपनों को अमली जामा पहनाने का अंदाज़ भी. तभी तो वो धनतेरस के दिन देहरादून से श्रीनगर जा... Read more
घर में सब ठीक ही है, कोई सगा मरा भी नहीं है और ऐसा कहीं कोई धन-सम्पदा सम्बन्धी भारी नुकसान भी नहीं हुआ है. पर फिर भी इस बार ये दिवाली मेरी नहीं है. दिवाली परायी हो चुकी है, ये हो चुकी है,... Read more
भोलानाथ कुमाऊं के सर्वाधिक पूज्य और लोकप्रिय देवताओं में से एक है. यह अनेक कुलों का इष्ट देवता है. इसकी स्त्री का नाम बरमी है. घरों में कोई शुभ कार्य प्रारम्भ करते समय इसे रोट-भेंट अवश्य चढ़... Read more
हम सब कठपुतलियां हैं
एक बड़े शहर के एक बड़े कला केंद्र में कठपुतली समारोह का आयोजन किया गया. अनेक अभिवावक अपने छोटे-छोटे बच्चों को यह समारोह दिखाने के लिये लाए. आगे की सीटें मुख्य अतिथि, सचिव, उपसचिव, सहायक सचिव... Read more