प्रो. मृगेश पाण्डे

सातों-आठों में गाये जाने वाले गीत और परम्पराएं

भादों शुक्ल पक्ष पंचमी को बिरुड़ पंचमी मनती है.घरों में लिपाई पुताई की जाती है. ताँबे के बर्तन में गोबर…

2 years ago

पहाड़ की मत्स्य नीति

पहाड़ में पानी की कमी नहीं. चौमास आते ही पहाड़ की धरती उमड़-घुमड़ बादलों से घिर जाती है. बारिश की…

2 years ago

छिपलाकोट अन्तर्यात्रा: सारा जमाना ले के साथ चले

पिछली कड़ी यहां पढ़ें: छिपलाकोट अन्तर्यात्रा: बेचैन बहारों को गुलजार हम करें पिथौरागढ़ आते ही नैनीताल वाली आम आदत फिर…

2 years ago

पहाड़ की पहली पशु चारा नीति

प्राकृतिक वनस्पतियों से समृद्ध हैं उत्तराखंड के पहाड़. भूगर्भ व जलवायु की भिन्नता से अनेक वनस्पति प्रजातियों की सघनता के…

2 years ago

पहाड़ी खेती : जलागम योजना के फलसफे

पहाड़ में खेती लाभप्रद नहीं रह गई है इसलिए अब किसान परंपरागत रूप से चले आ रहे कृषि के काम-धंधे…

2 years ago

उत्तराखंड : आगम और व्यय की कदमताल

कहते हैं कि कविताओं में बड़ी धार होती है. उत्तराखंड के भाबर तराई और पहाड़ के लिए किये जाने वाले…

2 years ago

छिपलाकोट अन्तर्यात्रा: बेचैन बहारों को गुलजार हम करें

पिछली कड़ी यहां पढ़ें: छिपलाकोट अन्तर्यात्रा: मुड़ मुड़ के न देख  "ऊपर गाड़ी में सामान किसका है, रस्सी से बंधा"? बिल्कुल…

2 years ago

छिपलाकोट अन्तर्यात्रा: मुड़ मुड़ के न देख

पिछली कड़ी यहां पढ़ें: छिपलाकोट अंतरकथा : जिंदगानी के सफर में, हम भी तेरे हमसफ़र हैं "दस ग्यारह साल की…

2 years ago

छिपलाकोट अंतरकथा : जिंदगानी के सफर में, हम भी तेरे हमसफ़र हैं

चीना रेंज में घने जंगल के बीच में रांची बिल्कुल सुनसान जगह में था जहां फारेस्ट क्वाटर थे. हमारा घर…

2 years ago

छिपलाकोट अन्तर्यात्रा: उसके इशारे मुझको यहाँ ले आए

पिछली कड़ी यहां पढ़ें: छिपलाकोट अंतर्यात्रा : आया है मुझे फिर याद वो ज़ालिम छिपलाकोट तक पहुँचने के तीन मुख्य…

2 years ago