भाई साहब की विज्ञान से नाराजगी
भाई साहब विज्ञान विषय से उच्च शिक्षित हैं. मोबाइल, लैपटॉप, फ्रिज, कार, मोटरसाइकिल सबका भरपूर प्रयोग करते हैं, लेकिन विज्ञान से नाराज रहते हैं. उन्हें लगता है, जीवन में जो भी है, ईश्वर की वजह... Read more
स्वयं को सर्वज्ञानी समझने वाले भाई साहब
भाई साहब बड़े ही जानकार हैं. सब कुछ जानते हैं. हर चीज की उन्हें नॉलेज है. दूसरों की नॉलेज तथा काबिलियत पर उन्हें हमेशा शक रहता है. आप किसी विषय पर बात करें, भाई साहब को उसकी पूरी जानकारी होगी... Read more
छोटा होने की यंत्रणा से गुजरते भाई साहब
भाई साहब को बचपन से ही ‘बड़ा आदमी’ बनने की ललक लग गई थी. तभी उन्होंने देख लिया था कि बड़े आदमियों के जलवे हैं. जहां देखो उन्हीं का बोलबाला है. सब उन्हीं की बातें करते हैं. हीरो तो... Read more
गुस्सा करना कौन चाहता है, मगर…
भाई साहब हर रोज सुबह-सुबह तय करते हैं कि चाहे कैसे भी हालात हों, वे आज गुस्सा नहीं करेंगे. नेताओं और कामयाब बाबाओं की तरह मंद-मंद मुस्कराते रहेंगे, लेकिन हर रोज उन्हें ऐसे लोग टकरा जाते या क... Read more
‘सब हो जायेगा’ वाले भाई साहब
‘चिंता मत करो, सब हो जायेगा !’ की तसल्ली देने वाले भाई लोगों की तादाद इन दिनों एकाएक काफी बढ़ चुकी है. जिसे देखो वो तसल्ली, भरोसा और आश्वासन जबान में लिए फिरता है. और जैसे ही कोई... Read more
बज्जर किस्म के शिकायती भाई साहब !
भाई साहब से मेरी जान-पहचान इनके बचपन से है. जैसे किसी व्यक्ति के भीतर प्रेम, करुणा तथा दया अथवा झूठ, कपट तथा कमीनापन कूट-कूट कर भरा होता है, इनके अंदर बचपन से ही शिकायतें कूट-कूट कर भरी थी.... Read more
खंभे पर चढ़कर शुभकामनाएं देते भाई साहब
भाई साहब, त्योहारों से ऐन पहले सड़क किनारे के बिजली के ख़म्भों पर चढ़ जाते हैं. आप यह मत सोच लेना कि भाई साहब बिजली विभाग से हैं और लोगों की असुविधा को ध्यान में रखकर लाइनें दुरस्त करने के काम... Read more
परम भ्रष्टाचार विरोधी, अन्ना भक्त, भाई साहब !
भाई साहब, भ्रष्टाचार को अपने पतीत-पावन देश के लिए बहुत बड़ी बीमारी मानते थे. वे इसे देश के ऊपर कलंक के तौर पर देखते थे. वे मानते थे कि जिम्मेदार जगहों पर बैठे लोग जनता की मुसीबतों को दूर करने... Read more
जै श्री राम वाले भाई साहब
भाई साहब मर्यादा पुरषोत्तम श्री राम के भक्त हैं. दुआ सलाम “जै राम” के उदघोष से करते और आह भरते तो “हे राम” कहते. दिनभर में न जाने कितनी बार राम का नाम लेते. किसी बात... Read more
तुम क्या समझोगे फिल्मों के लिए हमारा जुनून
तुम क्या समझोगे फिल्मों के लिए हमारा जुनून – दिनेश कर्नाटक आज के बच्चे और नौजवान फिल्मों के साथ हमारे रिश्ते को शायद नहीं समझ सकेंगे. वे नहीं समझ सकेंगे कि जवानी के दिनों में फिल्मों... Read more