हमारी दुनिया एक फ़ैसला-कुन तरीके से उलट रही थी जब ये जुमला बहुत आहिस्ता से फूंका गया था हमारे कानों में – ‘थिंक ग्लोबल एक्ट लोकल!’ कमज़ोर, वंचित और निर्णायक भूमिकाओं से बहुत दूर हाशिये पर रह... Read more
सोशल मीडिया इनफ्लूएंसर
काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree सोशल मीडिया इनफ्लूएंसर! नाम बड़ा नाज़ुक है. बहुत मनन के बाद ऐसा नाम ज़ुबां पर उतरता है. एक सजग विनम्रता और चौकन्नापन दिखता... Read more
एआई को चौथी औद्योगिक क्रान्ति कहा जाना
‘बेथ शैलोम’ संस्था की संस्थापक मरीना स्मिथ की पिछले बरस यानी दो हज़ार बाईस के जून महीने में मृत्यु हो गयी. मरीना स्मिथ पिछले कई बरसों से होलोकॉस्ट में ज़िंदा बच गए लोगों के साथ काम करती रही... Read more
हमारे समय के सबसे महत्वपूर्ण किन्तु सबसे शांत कवियों में से एक विनोद कुमार शुक्ल की कविता `मुझे बिहारियों से प्रेम हो गया’ में एक बात आती है- एक भाषा में बचाओ दूसरे प्रदेश की भाषा म... Read more
बावड़ी नौला वाव अल्मोड़ा
–रानी की वाव!–व्हाट? वाव? मैं भाषा में भटकता हूं… संस्कृत में एक शब्द है वापी. वापी यानी जलाशय या कुआं. मनुस्मृति का एक श्लोक मिलता है– तडागान्युदपानानि वाप्यः प्रस्रवणानि च ।सीमासन्धि... Read more
अगर पहाड़ हैं जिन्नत तो रास्ता है यही
सुना करते थे वह बाग़ पुरफ़िज़ा है यहीअगर पहाड़ हैं जिन्नत तो रास्ता है यही हम वक्त के उस दौर में हैं जब समय को बेधने की हमारी कुव्वत बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है. ये टूट–फूट दुतरफा है.... Read more
हैं बिखरे रंग माज़ी के
उस तरफ विपुल की आवाज़ थी. इस तरफ फोन के जाने कौन था. तब तक, जब तक मैं नहीं था! विपुल ने भी लगभग चार साल बाद ही फोन किया था. पहली कुछ लाइनों में तकल्लुफ़ था. हाल-चाल था. अभी वाला परिवार था, ज... Read more
लपूझन्ना जादू है!
किताब उठाते ही लगता है किसी जादूगर ने काले लंबे हैट में हाथ डालकर एक कबूतर निकाल दिया हो. किताब पढ़कर आप ख़त्म नहीं कर पाते. कबूतर के पंख हाथ में फड़फड़ाते हैं. किताब के सफ़हे दिलो-दिमाग पर... Read more
हलाल और झटका का झगड़ा इस तरह निपटाया नेताजी ने आज़ाद हिंद फ़ौज के सैनिकों के बीच
उनकी उम्र के बारे में ठीक-ठीक कुछ कहना मुश्किल है. गाँव के खांटी किसान. कद-काठी-काया ऐसी कि इस तरफ से देखो तो बमुश्किल पैंतालीस पचास के और उस तरफ से सत्तर के कम के तो क्या रहे होंगे. उन्होंन... Read more
मुझे पतंग उड़ाना सीख लेना चाहिए था
बहुत दूर तक नहीं जाती थी पतंग मेरीपश्चिम को बहती हवा अगरदो कलाइयां मारकर गिर जातीशिशू के आंगन, अनाथालय की छत या ज़्यादा से ज़्यादा डक्टराइन आंटी के अहाते मेंहवा पूरब को होतीतो शोभा चाचा की छ... Read more