बीस सालों में बीस दिन भी न चल सकने वाली पिथौरागढ़ की हवाई सेवा अब पूरा मार्च नहीं चलेगी. शुरुआती एक महीने में ही इस हवाई सेवा ने 250 से ज्यादा लोगों के टिकट रद्द कर दिये थे.
9 फरवरी से बंद इस हवाई सेवा के कारण के बाद अब लगभग 1500 लोगों की हवाई टिकट रद्द कर दी गयी हैं. इस तरह बीस साल बाद शुरु इस नैनी सैनी हवाई अड्डे ने विश्व रिकार्ड बनाते हुये पहले दो महीनों में ही लगभग 1700 टिकटें रद्द करने का रिकार्ड अपने नाम कर लिया है.
9 फरवरी को हवाई सेवा बंद होने के बावजूद उत्तराखंड के वित्तमंत्री और पिथौरागढ़ विधानसभा से सदस्य प्रकाश पन्त ने अपने फेसबुक पर 14 फरवरी को नैनी-सैनी हवाई अड्डे के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुये पोस्ट लगाई.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने वित्तमंत्री से एक कदम आगे बढ़ते हुये 26 फरवरी को एक विज्ञापन दिया. सोरघाटी के लोगों के जख्मों पर नमक छिड़कते हुये मुख्यमंत्री ने उड़ान योजना के तहत पिथौरागढ़ को चलने वाली विमान सेवा को तोहफा बताया है.
जाहिर है यह विज्ञापन दर्शाता है कि राज्य के मुखिया जमीनी हकीकत से कितने वाकिफ़ हैं.
17 जनवरी से शुरु हुई यह उड़ान अब तक कुल दस दिन ही सुचारु ढंग से चली है. एक तरफ जहां नौ सीट वाला विमान दस दिन ढंग से नहीं चला है वहीं सरकार उन्नीस सीट वाले विमान के सपने दिखा रही है.
पिथौरागढ़ एयरपोर्ट गूगल में एक महीने में 1300 बार ढूंढा जाता है. इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस एयरपोर्ट की मांग बाजार में कितनी है.
यह सभी के लिये आश्चर्य का विषय है कि एक हवाई अड्डा जिसका बीस सालों तक इन्तजार किया गया उसको लेकर सरकार का इतना खराब रवैया क्यों है?
पिथौरागढ़ जाने के लिये मार्च तक की सभी फ्लाइट्स एडवांस बुक हो चुकी थीं. इसके बावजूद भी एक महीने से न तो सरकार ने हवाई सेवा चलाने वाली कंपनी पर कोई कारवाई की है, न ही कम्पनी ने पिछली खराबी को लेकर कोई जवाब दिया है.
एक महीना बीत जाने के बावजूद सरकार ने कंपनी पर अब तक कोई भी कारवाई नहीं की है. पिथौरागढ़ को जाने वाला हवाई जहाज आज भी पंतनगर हवाई अड्डे पर ही खड़ा है. इस बीच सरकार लोगों को दिल्ली, मुम्बई, चंडीगढ़ के लिये फ्लाइट जैसे सपने भी दिखा रही है.
-काफल ट्री डेस्क
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