काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree वज्रयान का प्रचार कुमाऊँ में मगध के पाल और सेन राजाओं द्वारा हुआ था. बर्मा में भी पीन धर्म की कुछ बातों को बौद्ध धर्म को आत्मसात करना पड़ा था. बर्मी लोग भी पौन धर्मावलम्बी भूत-प्रेत क... Read more