देहरादून से आए समाचार बता रहे हैं कि बहुचर्चित राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 74 मुआवजा घोटाले की जांच के सिलसिले में त्रिवेंद्र रावत सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है.
सीएम त्रिवेंद्र रावत ने बयान दिया है की एनएच 74 मुआवजा घोटाले से सबंधित दो अधिकारियों को निलंबित किया गया है.
सस्पेंड किये गए ये दो आईएएस अधिकारी हैं आईएएस पंकज पांडे और चंद्रेश यादव.
मामले में पूर्व में दायर की गयी रपट के मुताबिक़ एनएच 74 में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया के दौरान कृषि भूमि प्रयोग को व्यावसायिक भूमि प्रयोग के तौर पर दर्शाए जाने में करोड़ों की हेराफेरी की गयी थी. कथित घोटाला 2011 से 2016 के मध्य हरिद्वार-बरेली नेशनल हाईवे (एनएच 74) के 300 किलोमीटर के विस्तार को चौड़ा किये जाने के मामले से सबंधित है.
आरोप लगाया गया था की कि चुनिन्दा भूस्वामियों को बीस गुना तक का फायदा पहुंचाए जाने की नीयत से कृषि भूमि को गैर-कृषि भूमि के रूप में अधिगृहीत किया गया. इस मामले में अधिकतम गड़बड़ियाँ उधम सिंह नगर के जसपुर, काशीपुर, बाजपुर, गदरपुर, किच्छा और सितारगंज में पाई गयी थीं.
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