अफवाहों के न सिर होता है न पैर. पल में तोला पल में माशा, अफवाहें न जाने कितने ही रूप बदलती हैं. ऐसा नहीं है कि अफवाहों का बाजार हालिया तौर पर गर्म होना शुरू हुआ है. अफवाहें तो महाभारत काल से... Read more
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