ग्यारह सितम्बर का एक फ़ोटोग्राफ़वे कूद रहे थे जलती मंजिलों सेएकदोकुछेक और- कुछ ऊपर थे, कुछ नीचेएक फोटोग्राफ़र ने उन्हें दर्ज़ कर लिया हैजब वे जीवित थेधरती के ऊपरधरती तक पहुँचते हुए -हर आदमी सा... Read more
नफ़रत –विस्वावा शिम्बोर्स्का देखो कितनी सक्षम है यह अब भीबनाए हुए अपने आप को चाक-चौबन्द –हमारी शताब्दी की नफ़रत. किस आसानी से कूद जाती है यहसबसे ऊंची बाधाओं के परे.किस तेज़ी से दब... Read more