Travel in Kumaon

छिपला जात में स्वर्ग जाने का रास्ता

छिपला के दक्षिणी ढाल में भैमण गुफा में सभी यात्री अँधेरे में ही जाग कर आगे की यात्रा के लिए…

5 years ago

भैमण गुफा में अण्वाल की रसोई का लजीज आलू का थेचुवा और रोटियां

कनार में भगवती कोकिला के मंदिर में रात बिताने के बाद हम भुप्पी के घर मेहमान बने. कल हमने उनके…

5 years ago

छिपला जात में कनार गांव के लोगों की कभी न भूलाने वाली मेहमाननवाजी

मलैनाथ की कथा में छिपलाकोट से भागश्री को भगा लाने का बड़ा ही रोमांचक प्रसंग आता है. मलैनाथ सीराकोट के…

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कौसानी से देवगुरु का दिलचस्प सफ़र

सुबह- सुबह जब हम कौसानी से निकले तो कोई अनुमान न था कि आज का दिन कितना लम्बा होगा. कल…

5 years ago

आखिरी गाँव में जबरदस्त जीवट की अकेली अम्मा

धरती गोल है और गोले में कोई बिंदु आखिरी नहीं होता. अक्सर आखिरी पहला हो जाता है. हिमालय की घाटियों…

5 years ago

दारमा घाटी के गो गाँव में खलनायक

आठ दिन हो गए बारिश को. बीच में आधे दिन के लिए रुकी थी पर तीन दिन से तो एक…

5 years ago

समधी के ओड्यार में तीन रातें

हमें घर से निकले पांच-छह दिन तो हो ही गए होंगे और पिछले चार दिन से बारिश रुकने का नाम…

5 years ago

जसुली शौक्याणी की धर्मशाला में एक रात इंटरनेशनल दमची के साथ

पहली मिलम यात्रा के शुरूआती दो दिनों में मुझे और कमल दा को एक चीज का पक्का पता चल गया…

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हिमालय की कठिन चढ़ाई के दौरान बुजुर्गों द्वारा सूखी लाल मिर्च खाने का किस्सा

पंकज अब अपनी रौ में आ गया था. सुबह जल्दी उठो के नारे के बाद उसने कमान अपने हाथ में…

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नागलिंग गांव में सात बार सूर्योदय और सात बार सूर्यास्त होने का किस्सा

बाद में जब इस यात्रा के बारे में नगन्यालजी से बातें हुवी तो उनके पास उनके बचपन के ढेरों किस्सों…

5 years ago