हरी थी मन भरी थी लेकिन इतनी महंगी थी कि खरीदी नहीं. पचास रूपए का एक भुट्टा. शिमला में था. भूख भी लगी थी. थका-मांदा मालरोड पार करके लिफ्ट से नीचे सड़क पर आया. सामने ही भुट्टे वाला कोयलों पर भ... Read more
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