इतने सीधे खड़े रहते हैंकि अब गिरे कि तबगिरते नहीं बर्फ़ गिरती है उन परअंधेरे मे ये बर्फ़ नहीं दिखतीपहाड़ अपने से ऊँचे लगते हैंडराते हैं अपने पास बुलाते हैं दिन में ऐसे दिखते हैंकोई सफ़ेद दाढ... Read more
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