आज भले हम इस जद्दोजहद में फंसे हैं कि कुमाऊनी को एक हम एक बोली के रूप में कैसे बचा सकें. कैसे हम आने वाली पीढ़ी तक अपनी बोली को किसी तरह पहुंचा सकें? एक ऐसे समय में जब हमारी शिक्षा व्यवस्था स... Read more
चीर बंधन के साथ होती है खड़ी होली की शुरुआत
कुमाऊनी होली में है ब्रज का प्रभाव कुमाऊँ में अधिकतर त्यौहार मौसम चक्र के बदलने या फिर फसलों को बोने या फिर उन्हें काटने के बाद ही मनाये जाते रहे हैं. इस तरह हमारे त्यौहार हमें जीवन चक्र की... Read more
मालूशाही गायन का खलीफा मोहन सिंह रीठागाड़ी
सेराघाट मंडी के उस पार ग्राम धपना (पिथौरागढ़) सन 1905-06 के आस पास मोहन सिंह का जन्म हुआ था. पिता का नाम था, ठाकुर हिम्मत सिंह बोरा. ठाकुर साहब की दो शादियां हुई थी. उनके आठ बेटे और संभवतः ती... Read more
Popular Posts
- छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : जो मिल गया उसी को मुकद्दर समझ लिया
- देहरादून की जनता ने अपने पेड़ों को बचाने की एक और लड़ाई जीती
- जब पहाड़ के बच्चों का मुकाबला अंग्रेजी मीडियम से न होकर हिन्दी मीडियम से था
- मुनस्यारी के धर्मेन्द्र की डॉक्यूमेंट्री इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में दिखेगी
- तैमूर लंग की आपबीती
- हमारे बच्चों के लिए गांव के वीडियो ‘वाऊ फैक्टर’ हैं लेकिन उनके सपनों में जुकरबर्ग और एलन मस्क की दुनिया है
- मेले से पिछली रात ऐसा दिखा कैंची धाम
- कमल जोशी की फोटोग्राफी में बसता पहाड़
- आज मनाया जाता है दसौर यानी गंगा दशहरा पर्व
- रुढ़िवादी परम्पराओं को दरकिनार कर बेटी ने किया मां का श्राद्ध
- भोट-तिब्बत व्यापार में दोस्ती और जुबान की कीमत
- आओ मिलकर अपनी धरती को बचाएं
- खटारा मारुति में पूना से बागेश्वर
- पहाड़ में लड़के का परदेश जाना बेटी की विदाई से कम नहीं
- सांसद अजय टम्टा का वीडियो क्लिप वायरल
- ‘हिमांक और क्वथनांक के बीच’ केवल यात्रा वृतांत नहीं है
- उत्तराखंड से मोदी कैबिनेट में शामिल होने वाले एकमात्र सांसद
- मार्कण्डेय की कहानी ‘हंसा जाई अकेला’
- अल्मोड़े का लच्छी राम थिएटर उर्फ़ रीगल सिनेमा
- पत्नी का पत्र
- जवाहरलाल नेहरू के ‘बेडू बॉय’ मोहन उप्रेती की आज पुण्यतिथि है
- आज आंचलिक त्यौहार वट सावित्री है
- सैर सपाटा और फर्राटा नहीं हैं चार धाम
- कहानी डाकू हसीना की
- अपने सांसदों को जानिये