पहाड़ की महिला का जीवन यदि किसी से नजरभर भी देखा होगा तो इस बात ने जरुर इत्तेफाक रखेगा कि पहाड़ में महिलाओं का जीवन अत्यंत कठिन है. आज से कुछ दशक पहले तक पहाड़ के गांव आत्मनिर्भर थे. ग्रामीण परिवार अपनी आधी से अधिक दैनिक जरुरत के लिए जंगलों पर निर्भर थे... Read more
उत्तराखंड में इन दिनों भिटौली का महीना है. इस महीने भाई अपनी बहन या पिता अपनी पुत्री को भिटौली देते हैं. भिटौली के विषय में अधिक इस लेख में पढ़िए. भै भुको, मैं सिती : भिटौली से जुड़ी लोककथा इसी महीने की पूर्णिमा के दिन उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में चै... Read more
हिमालय के इतिहास पुरातत्व व संस्कृति पर गहन मनन व अध्ययन के प्रणेता रहे स्वामी प्रणवानन्द. कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्गों की लोकथात को अपने विशद परीक्षणों व तल्लीनतापूर्वक की गई जांच पड़ताल के साथ अनुभवसिद्ध अवलोकनों के द्वारा उन्होंने विश्व में लोकप्र... Read more
Read the post in English : Mother’s Grief माता की वेदना हिमालयी भूभाग के तिब्बत की एक प्रचलित लोक कथा (Himalayan Folk Tales) है. पूरी दुनिया के लोग किसी न किसी प्रकार की पावन एवं पवित्र वस्तु मंदिर पहाड़ एवं नदियों की परिक्रमा करते हैं. यह सृष्टि के र... Read more
प्रख्यात साहित्यकार डॉ. धर्मवीर भारती Dharmvir Bharti (25 दिसंबर, 1926 – 4 सितंबर, 1997) आधुनिक हिन्दी के अग्रणी लेखक, कवि, नाटककार और सामाजिक विचारक थे. 1972 में पद्मश्री से सम्मानित भारती जी तीन बड़ी रचनाओं के लिए जाने जाते हैं – ‘... Read more
( पोस्ट को नीरज पांगती की आवाज़ में सुनने के लिए प्लेयर पर क्लिक करें ) हिमालय की तीन सुन्दर चोटियों के समूह को त्रिशूल के नाम से जाना जाता है. भगवान शिव के अस्त्र त्रिशूल जैसा दिखाई देने के कारण इसे यह नाम दिया गया है. इन तीन में सबसे ऊंची चोटी, जिस... Read more
नन्दा देवी की चोटी भारत की दूसरी सबसे बड़ी हिमालयी चोटी है. पूरी तरह भारत में स्थित यह देश की सबसे ऊंची हिमालयी चोटी है. भारत-नेपाल सीमा पर स्थित कंचनजंघा को फिलहाल सबसे ऊंचा माना जाता है. पूरे विश्व में ऊंचाई के लिहाज से इसका नंबर तेईसवां है. इसका शै... Read more
उत्तराखण्ड (Uttarakhand) में कई ऐसी जातियां हैं जो राजस्थान के मिरासियों की तरह ही पेशेवर रूप से गायन-वादन का ही काम किया करती थीं. इन सभी जातियों को इनके गोत्र, गन्धर्व, नाम से भी जाना जाता है. इस जाति को हिमालय के गन्धर्व (Himalayan Gandharv) भी कह... Read more
हिमाचल प्रदेश के पालमपुर के पास एक गाँव में बसा है संभावना संस्थान . संभावना एक शैक्षणिक संस्थान है. पालमपुर नगर से संभावना परिसर की दूरी 8 किमी है. पिछले पांच सालों से हर साल संभावना संस्थान के परिसर में हिमालय जमा होता है, हिमालय एक पर्वत शृंखला नह... Read more
भारतीय खान-पान की परंपरा में मसालों की महत्वपूर्ण भूमिका है. अपने खाने में मसालों के इस्तेमाल से भारतीय रसोई में प्राकृतिक अनाज, सब्जियों और दालों का कायापलट कर दिया जाता है. सामान्य भारतीय रसोइयों में 100 से ज्यादा किस्म के मसालों का इस्तेमाल किया... Read more