बीते दिनों एशियाई जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीत कर इतिहास रचने के बाद उत्तराखंड के लक्ष्य सेन अर्जेंटीना में होने वाले तीसरे यूथ ओलंपिक गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे. लक्ष्य 68 सदस्यीय भारतीय दल में शामिल हैं, जिसमें 46 खिलाड़ी, 22 कोच और अधिकारी शामिल हैं. 46 खिलाड़ियों के दल में लक्ष्य सेन उत्तराखंड के एकमात्र खिलाड़ी हैं.
हाल ही में शूटिंग में सबसे कम उम्र में विश्व चैंपियन बनने का रिकॉर्ड बनाने वाली और एशियन चैंपियनशिप में पदक विजेता मनु भाकर ध्वज वाहक रहेंगी. वहीं, एशियन गेम्स के 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में स्वर्ण पदक विजेता सौरभ चौधरी और एशियन जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता लक्ष्य सेन इस प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले प्रमुख खिलाड़ी हैं.
लक्ष्य सेन ने हाल ही में 53 वर्ष बाद एशियन जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारत को स्वर्ण पदक दिलाया था. उन्होंने विश्व के नंबर एक खिलाड़ी को पराजित किया था. अर्जेंटीना रवाना होने से पहले दिल्ली में केंद्रीय खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने खिलाड़ियों से मुलाकात की और अधिक से अधिक पदक लाने का आह्वान किया.
भारत के युवा बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने इंडोनेशिया के जकार्ता में एशियाई जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीत कर इतिहास रचा. लक्ष्य की जीत इस मायने में खास है कि उन्होंने 53 साल बाद भारत को इस प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक दिलाया. बता दें कि इससे पहले 1965 में भारत के गौतम ठक्कर ने स्वर्ण पदक जीतने में कामयाबी हासिल की थी.
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