सीबीआई ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर मुकदमा दर्ज कर लिया है. नैनीताल हाईकोर्ट से सीबीआई को हरीश रावत पर मुकदमा दर्ज करने की स्वीकृति मिलने के बाद सीबीआई ने हरीश रावत पर मुकदमा दर्ज कर लिया है. (CBI Registered Case Against Ex CM Harish Rawat)
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर उनके मुख्यमंत्री रहते हुए सरकार बचाने के लिये विधायकों की खरीद-फरोख्त करने का आरोप लगा था. जिसका स्टिंग ऑपरेशन भी सार्वजनिक हुआ था. (CBI Registered Case Against Ex CM Harish Rawat)
लंबे समय तक यह मामला नैनीताल हाईकोर्ट में चला जिसके बाद हाईकोर्ट ने फिलहाल मुख्यमंत्री हरीश रावत के खिलाफ सीबीआई को मुकदमा दर्ज करने की अनुमति दे दी थी, जिसके बाद सीबीआई ने आज दिल्ली में हरीश रावत पर विधायकों के खरीद-फरोख्त मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है.
इस मामले पर प्रदेश के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने काफल ट्री से बातचीत में कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने सी.बी.आई. पर दबाव बनाकर हरीश रावत पर मुकदमा दर्ज कराया है. सीबीआई अगर वास्तव में घटनाक्रम की जांच करती तो मुकदमा भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर होता क्योंकि उनके द्वारा कांग्रेस के विधायकों को तोड़कर सरकार गिराने का काम किया गया है.
इस मामले में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने राज्यपाल से सीबीआई जांच की मांग की थी. हरीश रावत ने फिर मुख्यमंत्री बनने पर सीबीआई जांच को बंद कर एसआईटी जांच के आदेश दे दिए थे.
कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई जांच तो जारी रही, लेकिन हाईकोर्ट ने कोई भी कार्रवाई करने से पहले कोर्ट की इजाज़त लेने की शर्त लगा दी थी. 30 सितंबर को हाईकोर्ट ने सीबीआई को इस केस में एफ़आई आर की इजाज़त दे दी थी.
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