अशोक पाण्डे

मूसा सौन और पंचू ठग की कुमाऊनी लोककथा

बहुत समय पहले बमौरा नाम का एक गाँव था जहाँ के निवासी बहुत संपन्न थे. उस गाँव के पड़ोस में…

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लोमड़ और तीतर की पक्की दोस्ती की कथा

एक लोमड़ की एक तीतर से दोस्ती हुई. एक बार लोमड़ ने कहा कि उसे भूख लगी है और उसे…

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एक तीतर को लेकर हुए घमासान में एक परिवार के उजड़ने की लोककथा

कल हमने आपको कुमाऊँ और पश्चिमी नेपाल की लोककथाओं पर आधारित ई. शर्मन ओकले और तारादत्त गैरोला की 1935 में छपी…

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बहादुर पहाड़ी बेटा और दुष्ट राक्षसी की कथा

ई. शर्मन ओकले और तारादत्त गैरोला की 1935 में छपी किताब ‘हिमालयन फोकलोर’ में कुमाऊँ और पश्चिमी नेपाल की लोककथाओं…

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अपनी समृद्ध कुमाऊनी बोलने में शर्म क्यों आती है

“और डियर तू तो इंग्लैण्ड जाणी वाल छै बल” - इस ज़रा से कुमाऊनी वाक्य के विन्यास में सबसे ज़रूरी…

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इस तस्वीर को ऊपर से नीचे तक गौर से देखे जाने की जरूरत है

इस तस्वीर को ऊपर से नीचे तक गौर से देखे जाने की जरूरत है. सबसे ऊपर रेलवे की पटरी है.…

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दुनियाभर के भूत-मसाणों को साध देने वाले हुए मेरे बड़बाज्यू

मेरे दादाजी बलशाली व्यक्ति रहे होंगे. हम छुट्टियों में गाँव जाते थे. दादाजी रात को किस्से सुनाते. हर पिछली शाम…

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उसकी आँखें अफ़साने कहती थीं – इरफ़ान की याद

एक. Irrfan Khan Remembered Ashok Pande एक टीवी शो में उसने कहा था - "एनएसडी में जाने से पहले मैं…

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आज शैलेश मटियानी जी को गए उन्नीस साल बीत गए

उनके पास बहुत सारी भाषाएँ थीं जिन्हें वे जीवन भर तराशते रहे. उनके यहाँ असंख्य ठेठ गंवई पात्र हैं तो…

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प्रेमपरकास की बछिया

प्रेमपरकास अग्गरवाल का खानदान पिछली तीन पीढ़ियों से उस पहाड़ी कसबे में तिजारत कर रहा था. तनिक मुटल्ले प्रेमपरकास से…

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