ढोल और दमुआ की जिस धमक के साथ 17 जनवरी के दिन प्रकाश पन्त ने नैनीसैनी हवाई अड्डे में कदम रखा लगा कि दो दशकों का सपना पूरा हुआ. उड़ान शुरु होने के पहले 23 दिनों में हवाई जहाज छः बार खराब हो गया. बीते 9 फरवरी को हद तो तब हो गयी जब पंतनगर से उड़ान भरने के थोड़ी देर बाद ही हवा में हवाई जहाज का दरवाजा खुल गया.
हवाई जहाज के दरवाजे की हालत ऐसी थी जैसी नैनीसैनी की, आधा अन्दर आधा बाहर. इस घटना के बाद से 28 फरवरी तक आधिकारिक तौर पर पिथौरागढ़ को चलने वाली सभी हवाई सेवा बन्द हैं. हालांकि नेताओं की हवाई यात्रा कायदे से अब तक जारी है.
राज्य सरकार ने न ही अब तक इस घटना की जांच के आदेश दिये हैं न ही अब तक हैरीटेज एविएशन के खिलाफ कोई कारवाई की है. नैनीसैनी हवाई अड्डे को अपनी मेहनत का नतीजा बताने वाले मंत्री प्रकाश पन्त ने इस घटना पर एक शब्द भी नहीं कहा है.
सबसे शर्मनाक यह है कि इस घटना के हफ्ते भर बाद प्रकाश पन्त ने प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हुये अपने फेसबुक पेज पर फोटो लगाई है. जिस पर वह लिखते हैं –
देहरादून से पंतनगर
देहरादून से पिथौरागढ़
“उड़ान सेवा” से प्रदेश को सस्ती उड़ानों का तोहफा देने के लिए देवभूमि की जनता की ओर से माननीय प्रधानमंत्री श्री Narendra Modi जी का हार्दिक धन्यवाद।
#UttarakhandThanksModi
एक पार्टी कार्यकर्ता के अतिरिक्त प्रकाश पन्त एक विधायक भी हैं. जितनी जिम्मेदारी प्रकाश पन्त की अपने पार्टी प्रमुख के प्रति बनती है उतनी ही जिम्मेदारी स्थानीय जनता के प्रति भी बनती है. प्रकाश पन्त की गिनती उत्तराखंड के संवेदनशील नेताओं में की जाती है इसलिये उनसे उम्मीद की जाती है कि वह लोगों की भावनाओं को भी समझेंगे.
उत्तराखंड सरकार हैरीटेज एविएशन कंपनी पर इतनी मेहरबान क्यों है यह बात भी समझ से परे है. हैरीटेज एविएशन वही कम्पनी है जिसने पिछले साल धुमाकोट सड़क दुर्घटना में लापरवाही दिखाई थी. इस सड़क दुर्घटना में लगभग 50 लोगों की मृत्यु हुई थी. जिसमें अधिकांश की मृत्यु का कारण दुर्घटना के पहले एक घंटे में इलाज मुहैया न हो पाना था. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने तब हैरीटेज एविएशन की लापरवाही के जांच के आदेश तक दिये थे लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ.
हैरीटेज एविएशन ने पंतनगर पिथौरागढ़ हवाई यात्रा में भी हवा में दरवाजा खुलने की बात को सिरे से नकार दिया. हैरीटेज एविएशन का हवाई जहाज 9 फरवरी से पंतनगर हवाई अड्डे पर ही खड़ा है. हैरीटेज एविएशन कंपनी कोई नया जहाज चलाने को भी तैयार नहीं हैं. इसके बावजूद उत्तराखंड सरकार हाथ पर हाथ धरी बैठी है.
डायरेक्टरेट ऑफ़ सिविल एविएशन (DGCA) के टीम ने बीते 10 फरवरी को पंतनगर में पंतनगर-पिथौरागढ़ के बीच उड़ने वाले एयरक्राफ्ट की जांच की. जिसके बाद से अब तक हेरिटेज एविएशन को उड़ान भरने की अनुमति नहीं दी है. जाहिर है कि हेरिटेज एविएशन की ओर से कोई तकनीकी गड़बड़ी हुई है जिसके खिलाफ कोई भी कारवाई करने को तैयार नहीं है.
हेरिटेज एविएशन द्वारा पहले दिन से ही हवाई जहाज में गड़बड़ी की ख़बरें आनी शुरु हो गयी थी. एक ख़बर के मुताबिक 17 जनवरी को उद्घाटन के दिन ही हवाई जहाज में एक सीट पर सीट बैल्ट टूटी हुई थी जिस कारण एक यात्री को उतार दिया गया. इस ख़बर को सरकार और हेरिटेज एविएशन के कहने पर मिडिया द्वारा दबा दिया गया था.
फिलहाल ख़बर यह है कि डीजीसीए की जांच रिपोर्ट अब तक नहीं आई है. डीजीसीए ने हेरिटेज एविएशन के इंजीनियर्स को विमान में आई तकनीकी खराबी दूर करने के आदेश भी नहीं दिये हैं. कुल मिलाकर पिथौरागढ़ की जनता के साथ दो दशकों बाद भी खिलवाड़ जारी है बाकि पिथौरागढ़ के लोग अब भी उम्मीद से इंतज़ार में खड़े हैं.
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– काफल ट्री डेस्क
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