सिंगल होना ब्रह्माण्ड का डिजाइन है. आदमी सिंगल पैदा होता है, सिंगल ही मरता है. चूंकि ये दोनों ही जीवन के सर्वाधिक महत्वपूर्ण विधायक तत्व हैं लिहाज़ा आदमी सिंगलत्व की भावना से उम्र भर दग्ध रहता है. जो जितना गहरा दग्ध होगा वह उतना ही इस आग से बाहर निकल... Read more