सत्तर के दशक तक पिथौरागढ़ में दुतिया बोले तो भाई दूज, अलौकिक त्यौहार होता था. गांव घर के लोग रक्षाबंधन भी भाई-बहिन से संबंधित त्यौहार होता है, जानते तक नहीं थे. शहरी लोग फिल्मों में देखा करते थे. कुछ एक बहिनें ही राखी बांधा करती थीं लेकिन अब आचार-व्य... Read more